वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत का चाय निर्यात मूल्य के संदर्भ में 17 प्रतिशत बढ़कर 218.95 मिलियन डॉलर हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 187.38 मिलियन डॉलर था। ऐसा पारंपरिक खरीदारों की ओर से चाय की मजबूत मांग के कारण हुआ।
सरकार ने चाय निर्यात को लेकर आंकड़ें जारी किए हैं, जिसके मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में भारत का चाय निर्यात मूल्य के संदर्भ में 17 प्रतिशत बढ़कर 218.95 मिलियन डॉलर हो गया है। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक अकेले जून महीने में ही चाय का निर्यात पिछले वर्ष की इसी अवधि के 62.76 मिलियन डॉलर की तुलना में 32 प्रतिशत बढ़कर 83.24 मिलियन डॉलर हो गया। रुपये के मूल्य के संदर्भ में, पहली तिमाही के दौरान चाय का निर्यात लगभग 20 प्रतिशत बढ़कर 1,873.72 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछली तिमाही के 1,563 करोड़ रुपये से लगभग 20 प्रतिशत अधिक है। जून में निर्यात का मूल्य 36.5 प्रतिशत बढ़कर 715.09 करोड़ रुपये (523.87 करोड़ रुपये) हो गया।
चाय की कीमतों में उछाल और घरेलू मांग की बात करें तो जनवरी–अप्रैल 2025 में औसत थोक चाय का मूल्य ₹160.5 प्रति किलोग्राम था, जो पिछले वर्ष ₹136.4 था – यह 18% की वृद्धि को दर्शाता है। वहीं, असम ऑर्थोडॉक्स चाय की नीलामी दर ₹314 प्रति किलोग्राम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
चाय उत्पादन में दक्षिण में 14.38% गिरावट भी दर्ज
साल 2024 में, भारत ने 254.67 मिलियन किलोग्राम चाय का निर्यात किया, जो 2023 में 231.69 मिलियन किलोग्राम रहा – यह लगभग 10% की वृद्धि को दर्शाता है। इसी अवधि में उत्तरी भारत का चाय उत्पादन 9.79% और दक्षिण भारत का 10.11% बढ़ा, जबकि 2025 की पहली तिमाही में उत्तरी भारत में 14.38% का उछाल देखा गया, लेकिन दक्षिण में 14.38% गिरावट भी दर्ज की गई।
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ऑर्थोडॉक्स चाय की मजबूत वैश्विक मांग
यूरोप और मध्य पूर्व में ऑर्थोडॉक्स यानी परंपरिक लूज लीफ चाय की मांग तेज बनी हुई है। वहीं, ईरान और इराक में ऑर्थोडॉक्स चाय की मांग साल 2024 में ही उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। दूसरी ओर, ईरान–इस्रराइल तनाव का निर्यात पर बहुत असर नहीं पड़ा है। वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, ईरान-इस्राइल संघर्ष का कोई नकारात्मक प्रभाव भारत की चाय निर्यात पर नहीं पड़ा है। हाल ही में, ईरान के लिए एक मिलियन किलोग्राम ऑर्थोडॉक्स चाय की खेप माह भर के विलंब के बाद मुंबई बंदरगाह से रवाना हुई है ।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।