भारत का फूड प्रोसेसिंग बाजार 2030 तक 700 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान: पीएचडीसीसीआई रिपोर्ट

नई दिल्ली। भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का बाजार 2030 तक 700 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। ये बढ़ोत्तरी प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण हो रही है, जिससे इस क्षेत्र के विस्तार की गति तेज हो रही है।

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उद्योग निकाय पीएचडीसीसीआई के अनुसार मुताबिक 2023 में इस क्षेत्र का बाजार 307 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो अगले कुछ वर्षों में दोगुना हो सकता है। पीएचडीसीसीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का कृषि परिवर्तन खाद्य कमी से अधिशेष तक में ये भी कहा गया है कि कि 2030 तक खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का आकार 700 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचेगा, और 2047 तक यह आंकड़ा 2,150 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

इसके साथ ही, कृषि क्षेत्र की औसत वृद्धि दर 3.9 प्रतिशत रही है, और वर्ष 2024-25 के लिए कृषि विकास दर 3.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने बताया कि भारत अब खाद्यान्न की कमी वाले देश से खाद्यान्न अधिशेष वाले देश में बदल चुका है।

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अग्रसर कृषि निर्यात और विकास दर खाद्यान्न उत्पादन में 2024-25 के लिए 2 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का अनुमान है। कृषि निर्यात में भी बढ़ोत्तरी देखी गई है, 2013-14 में 39 अरब डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 52 अरब डॉलर हो गया है।

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