भारत में 2025-26 सीजन की शुरुआत में कपास का कैरी-फ़ॉरवर्ड स्टॉक 60.59 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जो पाँच सालों में सबसे ज्यादा है। यह वृद्धि मुख्य रूप से आयात बढ़कर 41 लाख गांठ होने की वजह से है। मौजूदा सीजन में कपास की खपत 314 लाख गांठ और निर्यात घटकर 18 लाख गांठ रहने का अनुमान है।
भारत में कपास का कैरी-फ़ॉरवर्ड स्टॉक 2025-26 सीजन (अक्टूबर से शुरू) में 60.59 लाख गांठ (170 किलो प्रति गांठ) तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले पाँच सालों में सबसे ज्यादा होगा। मौजूदा सीजन 2024-25 की शुरुआत में यह स्टॉक 39.19 लाख गांठ था। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) के अध्यक्ष अतुल एस गणात्रा के मुताबिक, यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से आयात में तेज़ी की वजह से है। इस बार आयात 41 लाख गांठ तक पहुंच सकता है, जबकि पिछले साल केवल 15 लाख गांठ ही आयात हुई थी। गणात्रा ने बताया कि कोविड के बाद यह सबसे ऊंचा ओपनिंग स्टॉक है।
करीब 20 लाख गांठ का आयात होगा
सरकार ने हाल ही में कपास पर 11% आयात शुल्क साल के अंत तक हटा दिया है ताकि वस्त्र उद्योग को अमेरिकी टैरिफ की समस्या से राहत मिल सके। अनुमान है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ही करीब 20 लाख गांठ का आयात होगा। अगस्त 31 तक 36.75 लाख गांठ भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुकी हैं। मौजूदा 2024-25 सीजन के लिए CAI ने अपने आयात के अनुमान को 2 लाख गांठ बढ़ाकर 41 लाख गांठ कर दिया है, जो पिछले साल के 15.20 लाख गांठ की तुलना में लगभग 25.80 लाख गांठ ज्यादा है।
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कपास प्रेसिंग का अनुमान भी संशोधित कर 312.40 लाख गांठ किया
CAI ने 2024-25 सीजन के लिए कपास प्रेसिंग का अनुमान भी संशोधित कर 312.40 लाख गांठ किया है, जबकि पहले यह 311.40 लाख गांठ था। इसमें महाराष्ट्र में 1 लाख गांठ बढ़ाकर 91 लाख गांठ और आंध्र प्रदेश में 0.5 लाख बढ़ाकर 12.5 लाख गांठ का अनुमान लगाया गया है। वहीं तेलंगाना में 0.5 लाख घटाकर 49 लाख गांठ का अनुमान है। अगस्त तक 307.09 लाख गांठ की आपूर्ति हो चुकी है और सितंबर में करीब 5.31 लाख गांठ और आने की संभावना है।
निर्यात में गिरावट का अनुमान
कपास की खपत के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह 314 लाख गांठ पर बनी हुई है। अगस्त तक खपत 286 लाख गांठ आंकी गई है। वहीं, निर्यात में गिरावट का अनुमान है और यह 18 लाख गांठ रह सकता है, जो पिछले साल के 28.36 लाख गांठ की तुलना में 10.36 लाख गांठ कम है।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।