प्रमुख राज्यों में गन्ने की आपूर्ति में कमी के कारण 2024/25 विपणन वर्ष के लिए भारत का चीनी उत्पादन आठ वर्षों में पहली बार खपत से कम रहने का अनुमान है। उत्पादन घटकर 25.8 मिलियन मीट्रिक टन रहने की उम्मीद है, जबकि खपत 29 मिलियन टन रहने का अनुमान है।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ एक व्यापार निकाय ने कहा कि सितंबर में समाप्त होने वाले 2024/25 विपणन वर्ष के लिए भारत का चीनी उत्पादन आठ वर्षों में पहली बार खपत से कम होने का अनुमान है, क्योंकि प्रमुख राज्यों में गन्ने की आपूर्ति कम हो गई है।
पिछले वर्ष की तुलना में 19.1% कम उत्पादन
अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ के बयान में कहा गया है कि देश में 25.8 मिलियन मीट्रिक टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19.1% कम है, जबकि खपत 29 मिलियन टन होने का अनुमान है।
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महाराष्ट्र में 8 मिलियन टन चीनी उत्पादन की उम्मीद
एसोसिएशन ने कहा कि भारत के सबसे बड़े चीनी उत्पादक महाराष्ट्र में मिलें सामान्य से पहले ही बंद हो रही हैं, राज्य का उत्पादन 8 मिलियन टन रहने की उम्मीद है, जो पिछले साल के 11 मिलियन टन से कम है।
कहा गया है कि खपत की तुलना में कम उत्पादन और 1 मिलियन टन के अनुमानित निर्यात के संयोजन से 2025/26 सीजन के लिए भारत का प्रारंभिक स्टॉक घटकर 3.78 मिलियन टन रह जाने की उम्मीद है, जो एक साल पहले 7.98 मिलियन टन था।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।