दिल्ली। भारत ने अपने मसाला निर्यात को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है। मसाला बोर्ड के मुताबिक, भारत साल 2030 तक मसाला निर्यात को 10 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहता है। वर्तमान में, 2023-24 में भारत का मसाला निर्यात 4.4 बिलियन डॉलर था। इसके अलावा, भारत ने 2047 तक मसाला निर्यात को 25 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
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भारत का मसाला उद्योग विश्वभर में प्रसिद्ध है। भारत प्राचीन काल से मसालों का निर्यात दूसरे देशों में कर रहा है। वैश्विक बाजार में भारतीय मसालों की बढ़ती मांग के कारण, मसालों के निर्यात में वृद्धि देखी गई है। सरकार ने मसाला बोर्ड के कई फैसले लिए हैं, जिनमें कड़े गुणवत्ता नियंत्रण मानकों को लागू करना शामिल है। यूरोपीय संघ, हांगकांग और सिंगापुर जैसे देशों में निर्यात के लिए एथिलीन ऑक्साइड (ETO) परीक्षण जैसी अनिवार्य प्रक्रियाएं लागू की गई हैं।
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मसाला बोर्ड की सचिव पी. हेमलता के मुताबिक, भारतीय मसाला उद्योग जलवायु परिवर्तन के कारण कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसके कारण जलवायु-स्मार्ट कृषि पद्धतियों और नई तकनीकों जैसे IoT, ब्लॉकचेन और रोबोटिक्स को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अखिल भारतीय मसाला निर्यातक मंच (AISEF) द्वारा बेंगलुरु में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मसाला सम्मेलन में, वैश्विक उद्योग लीडर्स, नीति निर्माता और शोधकर्ता मसाला व्यापार की चुनौतियों पर चर्चा करेंगे ।