उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में जायद सीजन में 288 हेक्टेयर मक्का की फसल को आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम के तहत मक्का की फसल को बढ़ावा देने के लिए ग्राम पंचायत, विकासखंड तथा जनपद स्तर पर गोष्ठी एवं मेले का आयोजन कर अधिक से अधिक मक्के की फसल लगाने हेतु प्रचार प्रसार अभियान चलाया गया है। साथ ही साथ किसानों का अन्यत्र जनपद में भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए हैं। मिर्जापुर जिले में मक्का का कवरेज 288 हेक्टेयर लक्ष्य के मुकाबले 517 हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो लक्ष्य से कहीं अधिक है।

18 अप्रैल को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मिर्जापुर के शिखड़ ब्लॉक के रामगढ़ कला के किसानों के साथ बात की। साथ ही मक्का, पपीता, मूंगफली, पत्तागोभी, केला, लोबिया, रामदाना इत्यादि फसलों का निरीक्षण किया। जनपद में जायद सत्र में संकर मक्का का 180 एकड़ क्लस्टर प्रदर्शन कराया गया है। साथ ही साथ सामान्य बीज वितरण के अंतर्गत 42 कुंतल शंकर मक्का का वितरण भी कृषि विभाग द्वारा किया गया है। प्रदर्शन बीज पर 2400 रुपये प्रति एकड़ अनुदान डीबीटी के माध्यम से दिया गया है। सामान्य बीज वितरण के अंतर्गत बीज मूल्य का 50% अथवा ₹150 प्रति किलो अनुदान देय है।

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अनुदान पर मक्का बीज
मंत्री द्वारा बताया गया कि प्रदर्शन हेतु वितरित देसी मक्का, संकर मक्का एवं पॉपकॉर्न पर प्रति एकड़ पर ₹2400 अनुदान देय है। साथ ही साथ प्रदर्शन हेतु वितरित बेबी कॉर्न मक्का पर ₹16000 प्रति एकड़ अनुदान देय है एवं प्रदर्शन हेतु वितरित स्वीट कॉर्न मक्का पर ₹20000 प्रति एकड़ अनुदान देय है। मंत्री द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया गया वे क्षेत्र में अधिक से अधिक भ्रमण शील रहें और किसानों को योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करायें। प्रक्षेत्र भ्रमण के साथ-साथ मंत्री ने नव चेतना एफपीओ का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के समय नवचेतना के मृदा प्रशिक्षण केंद्र प्रयोगशाला का उद्घाटन भी किया गया।
प्रछेत्र भ्रमण और निरीक्षण के समय मौके पर सैकड़ों किसान उपस्थित थे। विधायक चुनार अनुराग सिंह पटेल, कृषि विभाग के अधिकारी तथा स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
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