दिनभर की खेती किसानी से जुड़ी खबरों की न्यूज पोटली में आपका स्वागत है। चलिए देखते हैं आज की पोटली में किसानों के लिए क्या क्या नया है।
⭐ सहकारी समिति NAFED, MSP रेट पर मक्का की खरीद कर रही है, इसके लिये मक्का किसान को सरकारी खरीद पोर्टल ई-समृद्धि पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। सरकार, मक्का किसान को अपनी फ़सल का उचित मूल्य मिले ये सुनिश्चित करना चाहती है।
सहकारी समिति NAFED का कहना है कि जायद सीजन के लिए मक्का की बुवाई कर चुके और खरीफ सीजन में मक्का बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों से उपज MSP पर खरीदी जाएगी। इसके लिये मक्का किसान सरकारी खरीद पोर्टल ई-समृद्धि पर रजिस्ट्रेशन कर लें, ताकि उन्हें उपज का उचित मूल्य मिल सके। बता दें कि केंद्र ने 2023-24 सीजन के लिए मक्का के MSP(न्यूनतम समर्थन मूल्य) रेट में 92 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की है।
NAFED का कहना है कि हर किसान का अधिकार है कि उसे उसकी फसल का उचित मूल्य मिले। इसलिए मक्का उत्पादक अब https://esamridhi.in/# पर रजिस्ट्रेशन करें और अपने मक्की की फसल को उचित मूल्य पर बेचें। उपज का मूल्य सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंच जाएगा।
⭐ बिहार सरकार अपने राज्य में अब नारियल की खेती से किसानों की कमाई बढ़ाने की कोशिश कर रही है, इसके लिये राज्य सरकार, किसानों को नारियल के पौधे लगाने के लिए अनुदान दे रही है। आप नारियल का एक पौधा 85 रुपये में खरीद सकते हैं।
विभाग के अनुसार, इस योजना के तहत एक किसान को अधिकतम चार हेक्टेयर में नारियल की खेती करने के लिए 75 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा। आम लोगों को अपने घर के दरवाजे और आंगन के पास लगाने के लिए नारियल के अधिकतम पांच पौधा सब्सिडी दर पर दिया जाएगा। साथ ही इस योजना की खासियत यह है कि इस योजना का लाभ शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों को दिया जाएगा। योजना का लाभ किसानों को पहले आओ और पहले पाओ की तर्ज पर दिया जाएगा।
इतना ही नहीं बल्कि सुपौल जिले में नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया है। निर्धारित लक्ष्य के अनुसार इस साल जिले में नारियल के 3000 पौधे लगाए जाएंगे।
⭐ मौसम संबंधी समस्याओं और वित्तीय तनाव जैसी चुनौतियों की वजह से भारत में सीजन 2024 में चाय उद्योग के उत्पादन में गिरावट देखने को मिल रहा है।
इकोनॉमिक टाइम्स के एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में चाय का उत्पादन 13 मिलियन किलोग्राम कम हो गया है। टी बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च, 2024 की अवधि के लिए उत्तर भारत (असम और पश्चिम बंगाल) में चाय का उत्पादन 21 मिलियन किलोग्राम से अधिक कम था, जबकि अखिल भारतीय उत्पादन 13 मिलियन किलोग्राम से अधिक कम था। गिरती पैदावार और कीमतों के बीच दार्जिलिंग सेक्टर अस्तित्व के लिए राहत पैकेज चाहता है।
और अब किसानों से लिए सबसे उपयोगी मौसम की जानाकरी
⭐ आज का मौसम
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 23 मई से मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब होने की संभावना है।
मई में देश भर में कई जगहों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अगले पांच दिनों तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में लू चलने की चेतावनी दी गयी है।
IMD ने केरल एंव माहे में 21 से 24 मई तक अत्यंत भारी वर्षा होने की बहुत संभावना पर रेड अलर्ट जारी किया है जबकि असम एंव मेघालय में 21-23 मई, के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है।
और आखिर में न्यूज पोटली की ज्ञान पोटली
⭐ अलूचा या आलू बुखारा की खेती कैसे करें और इसके फ़ायदे क्या हैं।
अलूचा या आलू बुखारा एक फल जो एंटीऑक्सिडेंट्स , विटामिन A, विटामिन K, विटामिन C, कैल्शियम, मैंगनीज, फॉस्पोरोस आदि पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण इसे Anti Cancerous भी होता है।
ये फल हरे, लाल, बैंगनी, पीले रंग का होता है और यह गेंद के आकार का दिखाई देता है। भारत में इसकी खेती उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर और पंजाब के क्षेत्रों में की जाती है। लेकिन अब ये किसान की कमाई वाले फल यूप जैसे इलाक़ों में भी उगाए जा रहे हैं।
newspotli पर देखिये सुपरमार्केट्स में 150 से 200 रूपये प्रति किलो की दर से बिकने वाले इस फल की खेती कैसे होती है।
https://youtu.be/5p0_HX0qf_k?si=0-NKf5-NKJgvG-v2
खेती किसानी की रोचक जानकारी और जरुरी मुद्दों, नई तकनीक, नई मशीनों की जानकारी के लिए देखते रहिए न्यूज पोटली।