विश्व की नंबर एक सहकारी संस्था IFFCO ने वित्त वर्ष 2024-25 में जबरदस्त उपलब्धियां हासिल की हैं. इफको ने इस वर्ष 3,811 करोड़ रुपये का प्री-टैक्स लाभ कमाया. इसके साथ ही इफको का कुल कारोबार 41,244 करोड़ रुपये रहा. इफको की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक रही नैनो उर्वरकों की रिकॉर्ड बिक्री, जिसमें पिछले साल के मुकाबले इस साल 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस वर्ष 365.09 लाख बोतलें नैनो उर्वरक बेची गईं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 248.95 लाख बोतलें था.
IFFCO अपने नवाचार, तकनीक और किसानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ केंद्र के “सहकार से समृद्धि” के लक्ष्य को साकार कर रहा है. यह संस्था न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर कृषि क्षेत्र में बदलाव की एक मिसाल बन चुकी है.
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यूएस अवस्थी ने बताया कि संस्था जल्द ही नैनो एनपीके (दानेदार) उर्वरक लॉन्च करेगी, जो मैग्नीशियम, सल्फर, जिंक और कॉपर जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होगा. इसके साथ ही नैनो जिंक और नैनो कॉपर (100 मि.ली. बोतल) में लॉन्च होंगे. इफको नैनो टेक्नोलॉजी, ड्रोन और एआई को अपनाकर भारतीय कृषि को बदल रहा है और 40 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है. इफको के एमडी डॉ. यूएस अवस्थी को ‘रोचडेल पायनियर्स अवार्ड 2024’ और ‘फर्टिलाइजर मैन ऑफ इंडिया’ जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिले हैं.
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इस प्रोजेक्ट से किसानों को हुआ फ़ायदा
इफको ने 1 जुलाई 2024 से “मॉडल नैनो विलेज/क्लस्टर परियोजना” शुरू की है. इसमें 203 गांवों को शामिल किया गया है, जो 5 लाख एकड़ भूमि पर फैले हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत 90,000 से अधिक किसानों ने पंजीकरण किया. 5.30 लाख से अधिक बोतलें खरीदी गईं. 72,000 एकड़ में ड्रोन से छिड़काव हुआ. रासायनिक उर्वरक के उपयोग में 28.73% की कमी आई . फसल उत्पादकता में 5.8% की वृद्धि भी हुई.
इफको ने 1470 प्रदर्शन परीक्षण किए
इफको ने भारत के 15 कृषि जलवायु क्षेत्रों में 1470 प्रदर्शन परीक्षण किए. जिससे नैनो डीएपी से 5.27% अधिक पैदावार हुई साथ ही नैनो यूरिया प्लस से 5.28% अधिक पैदावार बढ़ी.
इफको की सपोर्टेड उत्पादों की बिक्री भी बढ़ी जैसे जैव-उर्वरक की बिक्री 8.61 लाख लीटर (35% वृद्धि) रही. डब्ल्यूएसएफ/स्पेशलिटी फर्टिलाइजर्स की बिक्री 1.30 लाख मीट्रिक टन (2% वृद्धि) रही. जबकि सागरिका लिक्विड की बिक्री 11.55 लाख लीटर (33% वृद्धि) रही. वहीं सागरिका ग्रेन्युल की बिक्री 68,000 मीट्रिक टन (28% वृद्धि) रही.
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दुनिया की नंबर एक सहकारी संस्था IFFCO के नैनो उर्वरकों की बिक्री में 47% की वृद्धि
