किसान साथियों क्या आप जानते हैं कि आज के समय से खेती की सबसे बड़ी जरुरत माइक्रो इरिगेशन यानि Drip irrigation औऱ फव्वारा सिंचाई sprinkler irrigation है। बूंद-बूंद सिंचाई से आप का 70 फीसदी तक पानी बचता है, ड्रिप के जरिए अगर आप खाद Fertigation करते हैं तो खाद की पूरी ताकत सीधे जड़ों के जरिए पौधों तक पहुंचती है, जिससे उत्पादन ज्यादा होता और आप की खाद भी कम लगती है। ठिबक सिंचन (Drip Irrigation) सिंचाई के साथ खाद देने का हाईटेक साधन है।
माइक्रो इरिगेशन की जरुरत और इसके फायदों को देखते हुए लगभग पूरे देश में सरकार 80-90 फीसदी छूट दे रही है। ड्रिप इरिगेशन से 70 फीसदी तक पानी की बचत होती है। इसके जरिए जड़ों में खाद-पानी जाने से 20-30% ज्यादा उत्पादन मिलता है। सूक्ष्म सिंचाई से पानी, खाद, समय और मजदूरी की बचत होती है।
कई किसान समझते हैं कि ड्रिप सिर्फ सिंचाई का जरिया है लेकिन ड्रिप पानी बचाने के साथ ही फर्टिगेशन यादि खाद देने का महत्वपूर्ण और जरुरी साधन है। इसके जरिए दी गई खाद सीधे पौधों की जड़ों में पहुंचती है और पूरा लाभ पौधे और फसल को मिलता है।
वीडियो में जानिए ड्रिप सिस्टम से खाद देने का पूरा तरीका
माइक्रो इरिगेशन की ABCD के पहले के 4 पार्ट यहां देखिए
क्या है ड्रिप इरिगेशन-
Automation – सिंचाई और Fertigation का ऑटोमैटिक सिस्टम
फव्वारा सिंचाई विधि | Sprinkler Irrigation System Full Information
Drip Irrigation System के रखरखाव की A to Z जानकारी
ड्रिप से खाद कैसे दें, जानिए विधि
स्प्रिकंलर, मिनी स्प्रिंकलर, रेन गन, फॉगर, माइक्रो इरिगेशन के अन्य साधन जैसे ड्रिप इरिगेशन, आटोमेशन, फर्टिगेशन सिस्टम आदि की विस्तृत जानकारी के लिए संपर्क करें- संपर्क- जैन इरिगेशन- +91 9422776699 – ईमेल- jisl@jains.com संपर्क न्यूज पोटली- NewsPotlioffice@gmail.com