सरकार चाहती है कि होटल और रेस्तरां फल-सब्जियां और अनाज सीधे किसानों की FPOs से खरीदें, ताकि किसानों को बेहतर दाम मिलें और बिचौलिये हटें। इसके लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म भी शुरू किया जाएगा। होटलों से GI टैग वाले और ऑर्गेनिक उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की गई है। होटल संघ जल्द ही FPOs की सूची भी जारी करेगा ताकि दोनों के बीच सीधी खरीद आसान हो सके।
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि देशभर के होटल और रेस्तरां अब किसानों या FPOs (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) से सीधे फल-सब्जियां, अनाज और मसाले खरीदें, ताकि किसानों को बेहतर दाम मिल सके और बिचौलियों का मार्जिन खत्म हो।
कार्यक्रम में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि अगर होटल उद्योग स्थानीय किसानों के साथ साझेदारी करे तो दोनों को फायदा होगा। किसानों को सही कीमत मिलेगी और होटल ग्राहकों को ताज़ा और असली (ऑथेंटिक) चीजें दे सकेंगे।
सरकार क्या करने जा रही है?
कृषि मंत्रालय एक वेब-प्लेटफार्म बनाने जा रहा है, जहां देशभर के FPO अपनी अतिरिक्त उपज दर्ज करेंगे, और होटल-रेस्तरां सीधे वहाँ से खरीद सकेंगे।भारत में फिलहाल 35,000 से ज़्यादा FPO हैं, जिनमें से 10,000 सरकारी योजनाओं के तहत बनाए गए हैं।
सीधी खरीद क्यों जरूरी ?
सचिव चतुर्वेदी ने कहा कि कृषि GDP में 18% योगदान देती है लेकिन देश की 46% आबादी खेती पर निर्भर करती है।इससे खेती और गैर-खेती क्षेत्र की आय में बड़ा फर्क पड़ता है।उन्होंने कहा कि बिखरी हुई जमीन और बीच के बिचौलिए किसानों को कम दाम दिलाते हैं।सीधी खरीद से फार्मगेट और रिटेल दाम का अंतर घटेगा।
ऑर्गेनिक और कीटनाशक-मुक्त उत्पादों की बढ़ती मांग
उन्होंने बताया कि आजकल होटल और ग्राहक दोनों ही ऑर्गेनिक और नेचुरल फूड चाहते हैं।इसलिए ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसान समूह होटल-रेस्तरां से समझौता कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें – कम संसाधन, अधिक उत्पादन: एरोपोनिक्स खेती का नया युग
GI टैग वाले उत्पादों को बढ़ावा
सचिव ने कहा कि होटलों को अपने मेन्यू में GI टैग वाले खाद्य उत्पाद शामिल करने चाहिए, ताकि पर्यटक भारत की असली खाद्य परंपरा को अनुभव कर सकें।भारत में बासमती के अलावा भी कई GI टैग वाले अनाज, सब्जियाँ, फल और प्रोसेस्ड फूड हैं।
पर्यटन मंत्रालय का समर्थन
पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सुमन बिल्ला ने कहा कि पर्यटक सबसे ज़्यादा “ऑथेंटिक अनुभव” को पसंद करते हैं और वह ताजे और स्थानीय खाने से आता है।इसलिए होटल-किसान साझेदारी दोनों क्षेत्रों के लिए अच्छी है।
होटल संगठन क्या करेंगे?
फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया FPOs की सूची, उत्पाद और संपर्क नंबर वाली एक बुकलेट तैयार करेगा।एक विशेष सेल बनाएगा जो होटलों को सीधे FPO से जोड़ेगा।आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में कई बड़े होटल समूहों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।