दार्जिलिंग की पहाड़ियों में भारी बारिश और भूस्खलन से करीब 30–35 चाय बागानों को नुकसान हुआ है। फसल बह गई, मजदूरों के घर टूटे और कुल नुकसान 50 करोड़ रुपये से ज्यादा अनुमानित है। लगभग 32 लोगों की मौत हुई और कई गांव सड़क से कटे हुए हैं। उत्पादन में गिरावट के कारण कोलकाता टी ऑक्शन में दार्जिलिंग चाय की मात्रा कम हो सकती है, जिससे कीमतों में वृद्धि की संभावना है।
दार्जिलिंग की पहाड़ियों में हाल की भारी बारिश और भूस्खलन ने चाय बागानों को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। मिरिक और पोखरियाबोंग इलाके के करीब 30–35 बागानों में फसल बह गई, मजदूरों के घर टूटे और कई जगह काम ठप हो गया। बागानों के मालिकों का अनुमान है कि कुल नुकसान 50 करोड़ रुपये से कम नहीं होगा। बिजली बहाल कर दी गई है, लेकिन कई सड़क संपर्क अब भी बाधित हैं।
फसल और उत्पादन पर असर
चाय उद्योग के जानकारों का कहना है कि अगर जल्द सड़क संपर्क बहाल नहीं हुआ तो सालाना उत्पादन का लगभग 15% हिस्सा प्रभावित हो सकता है। बागानों में भूमि और पौधों को भारी नुकसान हुआ है। उदाहरण के लिए, बागारिया ग्रुप के तीन बागानों में लगभग 10 हेक्टेयर भूमि बह गई। इस आपदा में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और कई गांव सड़क से कटे हुए हैं।
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कोलकाता टी ऑक्शन सेंटर पर असर
उत्पादन में गिरावट और परिवहन बाधाओं के कारण दार्जिलिंग चाय की आपूर्ति प्रभावित होगी। कोलकाता टी ऑक्शन में चाय की मात्रा घट सकती है, जिससे कीमतों में वृद्धि की संभावना है। पिछले ऑक्शन में औसत भाव 468 रुपये प्रति किलो रहा था, लेकिन अब आने वाले ऑक्शन में बिक्री कम हो सकती है।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।