Hand Pollination ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए किसान फूलों का खुद से परागड़ कराते हैं। इस विधि से उत्पादन बढ़िया होता है।
लखीमपुर खीरी: गोला तहसील के बंगाली कॉलोनी में रहने वाले किसान गौतम चंद्र बाइन लीज़ पर जमीन लेकर मौसमी सब्जियों की खेती करते हैं। वो परवल, कुंदरू, बैगन, अरवी, गोभी, मिर्च समेत कई दूसरी सब्जियां उगाते हैं। इस खेती से वो सालाना करीब 5 लाख रुपये की कमाई करते हैं। उनकी खेती का सबसे खास तरीका है Hand Pollination, वो नर और मादा फूलों का खुद से परागण कराते हैं। उनका मानना है कि, इस तरह से फल सूखता नहीं है। जिससे पैदावार अच्छी मिलती है। अगर आपकी सब्जी की पैदावार एक बीघा में 1-2 क्विंटल है, तो इस hand pollination के जरिए पैदावार 3-4 क्विंटल तक हो सकती है। गौतम चंद्र कहते हैं कि, सुबह जब वो खेत आते हैं तो देखते हैं, जो फूल खिल रहा है, उसे टच करा देते हैं। मतलब परागण करा देते हैं।

इसके साथ ही गौतम चंद्र परवल और कुंदरू की सहफसली खेती भी करते हैं। खेती में वो मचान तकनीक का भी इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने अपने खेत में बांस के सहारे मचान तैयार कर रखा है। वो रेज्ड बेड बनाकर खेती करते हैं। उन्होंने 4-4 फीट पर बेड बनाकर रखा है और बीच के हिस्से को सिंचाई के लिए छोड़ा हुआ है। इस साल से उन्होंने मल्चिंग का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है।

गौतम बताते हैं कि, बंगाली कॉलोनी में ज्यादातर लोग सब्जियों की खेती ही करते हैं। सब अपने-अपने तरीके से खेती करते हैं। उनका अपना तरीका है। वो बताते हैं, खेती मुनाफे का सौदा है बशर्ते उसे सही तरीके से किया जाए। क्या है खेती का उनका मॉडल? जानने के लिए पूरा वीडियो देखिए