जीएसटी काउंसिल ने खेती-बाड़ी के उपकरणों पर टैक्स 12% से घटाकर 5% कर दिया है। नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। इससे किसानों को ट्रैक्टर, कंबाइन और अन्य मशीनरी खरीदने पर हजारों से लेकर लाखों रुपये तक की बचत होगी। इस फैसले से खेती की लागत कम होगी और किसान आधुनिक तकनीक आसानी से अपना सकेंगे।
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जीएसटी काउंसिल ने खेती-बाड़ी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों पर टैक्स घटाकर 12% से 5% कर दिया है। नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। इस फैसले से किसानों को उपकरण खरीदते समय हजारों से लेकर लाखों रुपये तक की बचत होगी।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि टैक्स घटने से अब किसानों को ट्रैक्टर, कंबाइन, पावर टिलर, ट्रांसप्लांटर, थ्रेशर, पावर वीडर, ट्रेलर, बीज-खाद ड्रिल, रोटावेटर, हैप्पी सीडर, मल्चर जैसे उपकरण कम दाम में मिलेंगे।
ट्रैक्टर और कंबाइन पर राहत
- हार्वेस्टर कंबाइन (12 फुट कटर बार): पहले ₹30,00,000 (12% GST सहित), अब ₹28,12,500 → ₹1,87,500 की बचत।
- 35 HP ट्रैक्टर: पहले ₹6,50,000, अब ₹6,09,000 → ₹41,000 की बचत।
- 45 HP ट्रैक्टर: ₹45,000 की बचत।
- 50 HP ट्रैक्टर: ₹53,000 की बचत।
- 75 HP ट्रैक्टर: ₹63,000 की बचत।
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अन्य उपकरणों के नए दाम
- 13 HP पावर टिलर: पहले ₹1,90,000, अब ₹1,78,125 → ₹11,875 की बचत।
- 4 रो धान ट्रांसप्लांटर: पहले ₹2,46,000, अब ₹2,31,000 → ₹15,000 की बचत।
- थ्रेशर: पहले ₹2,46,000, अब ₹2,31,000 → ₹15,000 की बचत।
- 7.5 HP पावर वीडर: पहले ₹87,920, अब ₹82,425 → ₹5,495 की बचत।
- 5 टन ट्रेलर: पहले ₹1,68,000, अब ₹1,57,000 → ₹11,000 की बचत।
- बीज-उर्वरक ड्रिल: पहले ₹70,000, अब ₹65,625 → ₹4,375 की बचत।
- 8 फुट स्ट्रॉ रीपर: पहले ₹2,70,000, अब ₹2,53,000 → ₹17,000 की बचत।
- हैप्पी सीडर: पहले ₹1,70,000, अब ₹1,59,375 → ₹10,625 की बचत।
- 6 फुट रोटावेटर: पहले ₹1,25,000, अब ₹1,17,000 → ₹8,000 की बचत।
- 8 फुट मल्चर: पहले ₹1,85,000, अब ₹1,73,000 → ₹12,000 की बचत।
- न्यूमेटिक प्लांटर: पहले ₹5,25,000, अब ₹4,92,000 → ₹33,000 की बचत।
- स्प्रेयर ट्रैक्टर माउंटेड: पहले ₹1,50,000, अब ₹1,40,000 → ₹10,000 की बचत।
सरकार के इस कदम से खेती की लागत घटेगी, आधुनिक तकनीक अपनाना आसान होगा और किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।