उत्तर प्रदेश के 44 जिलों में पॉली हाउस और ग्रीन हाउस तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे किसान हर मौसम में फल और सब्जियों की खेती कर सकेंगे। इसके लिए यूपी की योगी सरकार किसानों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है। इसके साथ ही इसमें खेती करने के लिए राज्य के किसानों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
जलवायु परिवर्तन के इस युग में खेती में ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसे तकनीक का इस्तेमाल आवश्यक हो गया है। इसमें खेती करने का सबसे बड़ा फ़ायदा ये है कि फसलों को मौसम की मार से बचाया जा सकता है। और माँग के हिसाब से बिना मौसम के भी खेती किया जा सकता है। किसान अब सर्दी, गर्मी और बरसात हर मौसम में टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी पौष्टिक सब्जियां उगा सकते हैं। इसी उद्देश्य से अब तक 37 ग्रीन हाउस पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं, जो उत्पादन के लिए तैयार हैं। इसके अलावा 29 ग्रीन हाउस निर्माणाधीन हैं, जिन्हें जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
24 जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार
रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 24 जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि 20 जिलों में तेजी से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। कृषि अवसंरचना निधि योजना के अंतर्गत ये सभी विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत इस पर सब्सिडी भी दी जा रही है।
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यहां ग्रीन हाउस बनकर तैयार
राज्य के इन जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार है। लखनऊ में 3, बागपत 4, सहारनपुर 3, मेरठ 3, बहराइच 2, शामली 1, एटा 1, बरेली 2, कासगंज 2, कौशांबी 1, हरदोई 2, मिर्जापुर 1, उन्नाव 1, अलीगढ़ 1, शाहजहांपुर 1, सुल्तानपुर 1, कानपुर नगर 1, बाराबंकी 1, मुजफ्फरनगर 1, खीरी 1, सीतापुर 1, अमेठी 1, आगरा 1, गाजीपुर में एक।
वहीं उन्नाव में 2, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 2, हापुड़ 1, लखनऊ 2, चंदौली 2, शाहजहांपुर 1, बरेली 1, श्रावस्ती 1, सहारनपुर 2, मेरठ 1, मुजफ्फरनगर 1, बाराबंकी 2, शामली 2, बुलंदशहर 1, हमीरपुर 1, अलीगढ़ 1, गाजीपुर 1, कानपुर नगर 1, कन्नौज में 1 ग्रीन हाउस का निर्माण किया जा रहा है।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।