केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस बार खरीफ फसल की रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद है। ये उम्मीद उन्हें सामान्य से अधिक मानसून की बारिश और सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों के चलते है। कृषि मंत्री इन दोनों 15 दिन के देशव्यापी ‘विकसित कृषि अभियान’ पर हैं। उन्होंने कहा कि खरीफ की बुवाई से पहले इस अभियान से पॉलिसी तथा रिसर्च को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इसका मकसद कृषि उत्पादन बढ़ाना है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2024-25 के खरीफ सीजन में देश में 16.80 करोड़ टन अनाज का उत्पादन हुआ था। वर्ष 2014-15 से अब तक खरीफ सीजन में अनाज उत्पादन 31.23 प्रतिशत बढ़ा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ बात चीत में कृषि मंत्री ने नकली और खराब क्वालिटी के कीटनाशकों की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए सख्त नियमों की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर के संतुलित इस्तेमाल के लिए सॉइल हेल्थ कार्ड को बेहतर तरीके से लागू करना जरूरी है।
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इनपुट के आधार पर रिसर्च प्लान और पॉलिसी बनाई जाएगी
कृषि मंत्री इस अभियान के तहत अभी तक 10 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि कुछ जगहों पर किसानों ने बताया कि फसलों की कुछ किस्मों में कीटों के प्रति रेजिस्टेंस डेवलप हो गया है। किसानों ने नकली कीटनाशकों को लेकर चिंता जताई और उपज के दाम तेजी से घटने की स्थिति में बेहतर सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि इस इनपुट के आधार पर अल्प अवधि, मध्यम अवधि और दीर्घ अवधि के लिए रिसर्च प्लान और पॉलिसी बनाई जाएगी।
अच्छे उत्पादन की उम्मीद
चौहान ने कहा, ”इन प्रयासों और संभावित अच्छे मानसून के साथ, 2025-26 में खरीफ खाद्यान्न उत्पादन में एक नया रिकॉर्ड हासिल करने में मदद मिलेगी।” धान जैसी खरीफ फसलों की बुवाई जुलाई में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है। इस साल मानसून की बारिश सामान्य रहने का अनुमान है।दलहन और तिलहन उत्पादन पर कृषि मंत्री ने कहा कि इनके आउटपुट में सुधार आया है, लेकिन आयात पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए अभी भारत को काफी आगे जाना पड़ेगा।
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