देश भर में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही कुछ प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की MSP पर सरकारी ख़रीद भी शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में 17 मार्च से, मध्य प्रदेश में 15 मार्च से और राजस्थान में 10 मार्च से सरकारी खरीद हो रही है।आपको बता दें कि केंद्र ने चालू मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। लेकिन राजस्थान सरकार राज्य के किसानों को 150 रुपये प्रति क्विंटल बोनस भी दे रही है यानी किसानों को 2575 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में गेहूं पर MSP के अलावा 175 रुपये प्रति क्विंटल बोनस भी दिया जा रहा है।
भारत में इस साल गेहूं की बंपर पैदावार का अनुमान है। केंद्र ने 115 मिलियन टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा है। केंद्र ने चालू मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। जबकि पिछले मार्केटिंग सीजन में MSP 2275 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसमें इस बार 150 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पहले 1 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू की गई थी, लेकिन उस समय इन राज्यों में कई जगहों पर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हो गई थी, जिसके कारण फसल में नमी जैसी समस्या होना तय था। ऐसे में किसानों को नमी के कारण कम दाम में फसल न बेचनी पड़े, इसलिए राज्य सरकारों ने खरीद को कुछ दिनों के लिए टाल दिया।
31 मिलियन टन खरीद का लक्ष्य
केंद्र ने गेहूं का स्टॉक बढ़ाने की कोशिश में विभिन्न राज्यों से 31 मिलियन टन खरीद का लक्ष्य तय किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मध्य प्रदेश में अब तक 10 लाख के करीब किसान गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में खाद्य विभाग की विपणन शाखा सहित कुल 8 क्रय एजेंसियों के द्वारा कुल 6,500 क्रय केंद्र स्थापित किये जाएंगे। और यहाँ अभी तक कुल 1,09,709 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।