‘जहां माँ-बहन-बेटियों का सम्मान होता है वहीं भगवान वास करते हैं’ आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बोले शिवराज सिंह चौहान

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‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों से बहन-बेटियों का शैक्षणिक सशक्तिकरण भी हो रहा है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। अब अगले लोकसभा, विधानसभा चुनाव में 33% सीटों पर यह बहनें ही चुनाव लड़ेंगी। ये सांसद, विधायक, मंत्री बनेगी, बहनों, बेटियों की तकदीर भी बदलेगी और अपनी जिंदगी भी बदलेंगी और अपने देश को विकसित भारत के रूप में विकसित भारत बनाने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा।’ आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण के समय बोले शिवराज सिंह चौहान।

केन्द्रीय ग्रामीण विकास व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बहनों, लखपति दीदीयों के साथ भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण किया। साथ ही, शिवराज सिंह चौहान ने बहनों से संवाद कर उनके अनुभव सुनें। इस दौरान उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मैं अपने देश और प्रदेश की सभी बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारत में हजारों साल पहले यह कहा गया है कि जहां माँ, बहन-बेटी को मान-सम्मान और इज्जत की नजर से देखा जाता है, वहीं देवता भी वास करते हैं।

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आजीविका मिशन का महत्वपूर्ण भूमिका
चौहान ने कहा कि हमारे लिए बहनें और बेटियां देवी स्वरूपा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है, महिला सशक्तिकरण, हमारी बहनों का, बेटियों का आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण और सबसे जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण। बहनें गरीब क्यों रहें, उनकी आंखों में आंसू क्यों हों, वो मजबूर क्यों रहें, वह भी आर्थिक रूप से सक्षम बने और उनके चेहरे पर भी मुस्कुराहट रहे। इसमें भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत आजीविका मिशन एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहा है।

91 लाख महिला स्वयं-सहायता समूह से जुड़ी हैं
चौहान ने कहा कि मुझे बताते हुए खुशी है कि आजीविका मिशन से आज 91 लाख महिला स्वयं-सहायता समूह पूरे देश में है। जिससे लगभग 11 करोड़ दीदियां जुड़ी हुई है। 745 जिलों के 7 हजार 138 ब्लॉक्स में हमारे ये समूह फैले हुए हैं। हमारे क्लस्टर लेवल के भी ऑर्गेनाइजेशन बने हैं, जो इन समूहों को संगठित करने का काम करते हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इन समूहों को, संस्थाओं को 50 हजार करोड रुपए की राशि प्रदान की गई है। 50 हजार करोड रुपए की राशि इन समूहों को दी गई है, वह सहायता है, लेकिन 10 लाख 14 हजार करोड रुपए बैंकों से भी सस्ते ब्याज की दरों पर दिलाए गए हैं। अब आप कल्पना करें कि 10 लाख 14 हजार करोड़ रुपए बहनों के हाथ में आया उससे हमारी बहनों ने कई काम प्रारंभ किए हैं।

3 करोड़ लखपति दीदी और बनानी है
केन्द्रीय मंत्री चौहान ने बहनों की तारीफ करते हुए कहा कि आज जो मेरी लखपति दीदियां खड़ी हैं कोई बैंक सखी हैं, कोई कृषि सखी है, कोई टैक्स सखी है, कोई पशु सखी है ये अलग-अलग कार्यों में लगी हुई हैं। हजारों प्रकार के काम हमारी ये बहनें कर रही हैं। वर्तमान में सवा करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 3 करोड़ लखपति दीदी और बनानी है। बहुत जल्द हम ये लक्ष्य हासिल करेंगे और तीन करोड़ दीदियां, लखपति दीदी होंगी। वहीं, श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम यहां रुकेंगे नहीं, हर बहन और बेटी को अभी भी आजीविका मिशन से समूहों से जोड़ेंगे। मोदी है तो मुमकिन है, बहनें गरीब नहीं रहेंगी, वो काम करेंगी, आगे बढ़ेंगी, भारत और अपने गांव को आगे बढ़ाएंगी। आज ये बहनें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुई है, बल्कि समाज में इनका मान-सम्मान, इज्जत बढ़ी है, सामाजिक सशक्तिकरण हुआ है।
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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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