‘हमने मखाने को GI टैग दिया है यानी मखाना इसी धरती का उत्पाद है, इस पर अब आधिकारिक मुहर लग गई है. मखाना रिसर्च सेंटर को भी नेशनल स्टेटस दिया गया है. बजट में जिस मखाना बोर्ड की घोषणा की गई है, वो बनने से मखाना किसानों का भाग्य बदलेगा.’
ये बातें मधुबनी में पंचायती राज पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कही. उन्होंने कहा कि मखाना, आज देश और दुनिया के लिए सुपरफूड है, लेकिन मिथिला की तो ये संस्कृति का हिस्सा है. इसी संस्कृति को ही हम यहां की समृद्धि का भी सूत्र बना रहे हैं. बता दें कि कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने बिहार में मखाना बोर्ड बनाने का फैसला लिया. इससे बिहार, खासकर मिथिलांचल के हजारों मखाना किसानों को फायदा होगा. मखाना बोर्ड बनने से इस पर रिसर्च बढ़ने के साथ ही इसके व्यापार और कारोबार को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी. मखाना को GI टैग, मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय दर्जा, मखाना बोर्ड से किसानों की किस्मत बदलेगी, मधुबनी में बोले पीएम मोदी
जीविका दीदी के बारे में कहा
पीएम मोदी ने कहा, देश में महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए, रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर बनाने के लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है. बिहार में चल रहे ‘जीविका दीदी’ कार्यक्रम से अनेक बहनों का जीवन बदला है. आज ही यहां बिहार की बहनों के स्वयं सहायता समूहों को करीब 1,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई है. इससे बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण को और बल मिलेगा.
उन्होंने कहा आज ही बिहार के करीब 1.5 लाख परिवार अपने नए पक्के घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं. देश भर के 15 लाख गरीब परिवारों को नए घरों के निर्माण के स्वीकृति पत्र भी दिए गए हैं. इनमें भी 3.5 लाख लाभार्थी हमारे बिहार के ही हैं. आज ही करीब 10 लाख गरीब परिवारों को उनके पक्के घर के लिए आर्थिक मदद भेजी गई है. इसमें बिहार के 80 हजार ग्रामीण परिवार और 1 लाख शहरी परिवार शामिल हैं.
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