गर्मी के सीजन में शरीर को गर्म हवा या लू से बचाने के लिए शरीर में पानी की कमी न होने दे। इसके साथ ही अपने खान-पान में ऐसी चीजें जरूर सामिल करें जो शरीर में ताजगी बनाए रखे।
बढ़ती गर्मी से हमारा शरीर परेशान हो जाता है, शरीर का तापमान सही बना रहे, ज्यादा पसीना न निकले इसके लिए हम पंखा, कूलर, ए.सी. इन सबका इस्तेमाल करते हैं, पर क्या इससे आपके शरीर को अंदर से राहत सच में मिल जाती है, क्या सच में शरीर में ताजगी आ जाती है?
उम्रदराज लाेग कहते हैं कि शरीर कुछ भी झेल लेगा अगर खान-पान सही है, तो गर्मी के दिनाें में ऐसी चीजें खाइए जो आपको भीषड़ गर्मी में भी तरोताजा रख सके।
सतूआः चने, जौं, मक्का या किसी का भी सतूआ बना के पिये। उत्तर भारत में लू का प्रकोप रहता है और सतूआ की तासीर ठण्डी मानी जाती है इसीलिए सत्तू का सेवन उत्तर भारत में बहुत किया जाता हैं खासकर यूपी, बिहार, राजस्थान, हरियाणा में। इसको कुछ लोग नमक, प्याज, नीबूं, पुदीना मिलाके पीते हैं कुछ चीनी या शक्कर डालके पीते हैं। ये तो लोगो के स्वाद पर निर्भर करता है पर गर्मी के सीजन में इसका सेवन जरूर करना चाहिए। ये हल्का आहार हैं तो पाचन में सहायक भी होता है।
तरबूजः खाने में स्वाद तो आता है पर ये आपके शरीर को ठण्ड़ा भी रखता है। तरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है, क्योंकि इसमें 85 से 90 फीसदी पानी होता हैं। तरबूज में ऐंटी ऑक्सिडेंट होने के कारण ये रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास में मदद भी करता है।
अंकुरित बीज/आहारः गर्मी के सीजन में मूंग, चना, मूंगफली, या अन्य दालों के अंकुरित बीज/अनाज आपकी हेल्थ के लिए लाभकारी है। अंकुरित अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसमें एंटी ऑक्सिडेंट प्रॉपर्टी पायी जाती है जिससे पाचन क्रिया में सहायता मिलती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
छांछः छांछ गर्मी के मौसम में वरदान हैं, उसका नेचर हल्का होता है जिससें शरीर में पाचन क्रिया अच्छी रहती है। इसमें विटामिन बी 12, कैलशियम फासफोरस पाया जाता है जो सेहत के लिए अच्छा होता है। कोशिश करें कि घर पर ही बना हुआ छांछ पियें, अगर नहीं आता है तो जानकारी लेके बनाना सीखें।
खीराः गर्मी के दिनों में खीरा- ककड़ी बाजार में बहुत मिलते हैं। इनका सेवन आपके शरीर में ताजागी बनाए रखता हैं। गर्मी के दिनों में जितनी देर तक पानी बना रहेगा, उतना ही कम आप पर गर्मी का असर पड़ेगा। खीरा ककड़ी से सलाद के जैसे खाए जाते हैं।
गुड़ः गुड़ में आयरन और मिनरल्स पाए जाते हैं इसीलिए इसका सेवन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यदि आप खुद को बहुत थका या लो एनर्जी महसूस कर रहे हैं तो गुड़ एक टुकड़ा को घोल शरबत बना के पीले जिससे आपको इन्सटेंट एनर्जी मिल जाएगी। हालांकि गुड़ का तात्विक गुण (तासीर) गर्म होती है पर इसका उपयोग गर्मी में किया जा सकता है बर्शते सही से किया जाए।
आम का पनाः भारत में आम का सीजन मार्च-अप्रैल से ही माना जाता है (किस्मों के हिसाब से परिवर्तन देखने को मिल सकता है।) । आम का पना स्वाद में खट्टा-मीठा होने के कारण ज्यादा पसंद किया जाता है। पने में फाइबर पाया जाता है जो पाचन में मदद करता हैं और साथ ही शरीर को तरोताजा करता है। आम को भूंझ के या उबाल के किसी भी तरीके से आम का पना बना सकते हैं।
अस्वीकरणः दी गई जानकारी समान्य जानकारी है, अपनाने से पहले एक विशेषज्ञ का सुझाव जरूर लेलें।