मध्य प्रदेश के 3 जिलों विदिशा, देवास व धार में डिफॉल्टर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह के निर्देश पर कंपनी के बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर भी रोक लगाई गई। वहीं जिन क्षेत्रों में खराब हर्बिसाइड बेचा गया है शिवराज सिंह के निर्देश पर वहां डीलरों के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं। क्लोरिम्यूरॉन एथिल नामक हर्बिसाइड खरपतवार नाशक के प्रयोग से सोयाबीन की फसल खराब हुई थी। इस समस्या को देखते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने देशभर में व्यापक आकस्मिक छापामारी का अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश के कई किसानों से शिकायतें मिली थी कि क्लोरिम्यूरॉन एथिल 25% WP नामक खरपतवार नाशक के प्रयोग से किसानों की सोयाबीन फसलें खराब हो रही हैं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तुरंत कंपनी एवं डीलर्स पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद सैम्पल जब्त कर जांच की गई और नमूने घटिया पाए जाने पर मध्य प्रदेश के 3 जिलों विदिशा, देवास व धार में डिफॉल्टर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर रोक लगाई गई है और डीलरों के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं।
दर्ज की गई FIR
शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद कृषि विभाग ने बाजार से उक्त हर्बिसाइड के सैंपल जब्त कर जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि संबंधित हर्बिसाइड घटिया गुणवत्ता का है और यही फसल के नुकसान का कारण बना है। इस संबंध में डिफॉल्टर कंपनी के खिलाफ विदिशा (ग्रामीण), देवास (कन्नौद), धार (बदनावर) जिले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
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उपलब्ध शेष स्टॉक की बिक्री पर भी लगी रोक
प्रभावित इलाकों में जिन डीलरों ने यह खराब गुणवत्ता वाला हर्बिसाइड बेचा था, उनके लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकारों को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक सभी जांच परिणाम नहीं आ जाते, डिफॉल्टर कंपनी का विनिर्माण लाइसेंस तत्काल निलंबित किया जाए। इसके अलावा, कंपनी के पास उपलब्ध शेष स्टॉक की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
क्लोरिम्यूरॉन एथिल 25% WP (बैच संख्या KE-04) का प्रयोग न करें
किसानों के हितों को सर्वोच्च बताते हुए शिवराज सिंह ने किसानों से अपील की है कि वे फिलहाल क्लोरिम्यूरॉन एथिल 25% WP (बैच संख्या KE-04) का प्रयोग न करें, ताकि फसलों को आगे नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार मिलकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी और किसानों को न्याय दिलाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।
ये हुआ था
पिछले दिनों मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के रायसेन ज़िले के छीरखेड़ा गाँव में सोयाबीन के खेतों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि खेतों में सोयाबीन की जगह खरपतवार खड़े हैं और पूरी फसल जल चुकी है। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह नुकसान HPM कंपनी की दवा डालने से हुआ है। चौहान ने कहा कि यह समस्या सिर्फ एक खेत तक सीमित नहीं है, बल्कि कई किसानों ने ऐसी शिकायतें की हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि इस मामले में की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय वैज्ञानिकों का दल प्रभावित खेतों का निरीक्षण करेगा और जांच कर दोषी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।