Maize crop: मक्के की फसल को फॉल आर्मी वर्म कीट से बहुत ख़तरा रहता है. एक बार फसल में लग जाने के बाद यह कीट फसल को बर्बाद कर देता है. यह कीट अपने लार्वा से प्रजनन कर पत्तों से लेकर फलन तक सब बर्बाद कर देता और पौधा को पूरी तरह जालीदार बना देता है. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है. और किसानों को काफ़ी नुक़सान होता है. इस कीट से फसल के बचाव के लिए बिहार कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दिए हैं. इसे अपनाकर किसान अपनी फसल को बचा सकते हैं.
जानकारों के मुताबिक मक्का की खेती सही समय से करने पर मक्का किसानों को फसलों में कम नुकसान देखने पड़ते हैं. जबकि मक्का की खेती समय से न होने पर इसकी खेती में कई तरह के कीट व्याधि का भी डर बना रहता है. बिहार कृषि विभाग के मुताबिक़ मक्के की फसल पर फॉल आर्मी वर्म किट का प्रकोप दिख रहा है. ऐसे में आप इन दवाइयां का छिड़काव कर अपने मक्के की फसल को इन कीटों से बचा सकते हैं.
फॉल आर्मी वर्म कीट की पहचान
फॉल आर्मी वर्म कीट की पहचान किसान आसानी से कर सकते हैं. फॉल आर्मी वर्म की लार्वा हरे और जैतून हल्के गुलाबी या भरे रंगों में दिखाई देता है. और प्रत्येक उधर खंड में चार काले धब्बों और पीठ के नीचे तीन पैटर्न और उधर खंड 9 पर समलंब आकर से व्यवस्थित होता है. जिसकी वजह से यह आसानी से किसी भी अन्य किट प्रजाति से अलग पहचान जा सकता है. हालाँकि इसके सर पर आंखों के बीच में अंग्रेजी भाषा के उल्टा Y आकार की सफेद रंग की संरचना बनी होती है इनकी सबसे बड़ी पहचान हैं. शुरुआत में इस कीट के लारवा पत्ते को खुरुच का खाने लगते हैं ऐसे में पत्तियों में कटे फेट छिद्र बन जाते हैं.
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कीट से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
बिहार कृषि विभाग के मुताबिक़ मक्के की फसल को कीट से बचाव के लिए प्रति हेक्टेयर 10 फ़ेरोमोन फंदा का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा 5℅ नीम बीज करनाल इमल्शन तेल 1500 ppm 5 लीटर मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.
किसान ये भी कर सकते हैं…
1.फॉल आर्मी वर्म कीट से मक्का फसल को बचाने के लिए स्पिनेटोरम 11.7℅ एसo सी @ 0.5 मिलीo प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
2.क्लोरेंट्रोनिलिप्रोएल 18.5 एस सी@ 0.4 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें, थियामेथोक्साम कम 12.6% + लैम्बड़ा साईहैलोथ्रिन् 9.5% जैड सी @0.25 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें,
3.ईमामेक्टिन बैंजोएट 5% एसजी@0.4 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर दो-तीन छिड़काव लगातार करते रहे.
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