दिनभर की खेती किसानी से जुड़ी खबरों की न्यूज पोटली में आपका स्वागत है। चलिए देखते हैं आज की पोटली में किसानों के लिए क्या क्या नया है।
1.केंद्र सरकार की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने चालू रबी मार्केटिंग सीजन 2024-25 के दौरान रिकॉर्ड 266 लाख टन की गेहूं खरीद आंकड़ा दर्ज किया है। यह खरीद आंकड़ा पिछले साल की खरीद संख्या से अधिक है।
सरकारी गेहूं खरीद एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने चालू रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान रिकॉर्ड गेहूं की खरीद की है। FCI के अनुसार इस बार 266 लाख टन गेहूं खरीद की गई है, जो पिछले साल के खरीद आंकड़े से कहीं अधिक है. बताया गया कि विक्रेता किसानों को भुगतान के लिए डीबीटी का सहारा लिया गया, जिससे सीधे उनके खाते में पैसा पहुंचा है। किसानों को FCI ने 61 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल FCI ने 262 लाख टन की खरीद की थी। इस बार 4 लाख टन की अधिक खरीद हुई है।
2.भारतीय कृषक उर्वरक सहकारी लिमिटेड (IFFCO) ने पूरे भारत में किसानों के बीच नैनो-उर्वरकों (Nano Fertilizer) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल शुरू की है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ नैनो उर्वरक यूजेज प्रोमोशन महाअभियान (Nano Fertilizer Usage Promotion Mahaabhiyan) का उद्देश्य 800 गांवों को अपने दायरे में लाते हुए 200 मॉडल नैनो गांव क्लस्टर (Nano Village Clusters) बनाना है, जहां किसानों को नैनो यूरिया प्लस (Nano Urea Plus), नैनो डीएपी (Nano DAP) और सागरिका (Sagarika) उर्वरकों के अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) पर 25 फीसदी सब्सिडी मिलेगी।
3.यूपी सरकार किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत खरीफ फसलों की बीमा करवा रही है। यूपी के किसान अपनी खरीफ फसलों के लिए 31 जुलाई तक बीमा करवा सकते हैं। किसान अपनी फसलों का बीमा नज़दीकी बैंक शाखा, लोक सेवा केंद्र (CSC) से कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत यूपी सरकार की ओर खरीफ में बोई जाने वाली 10 फसलों पर बीमा का कवरेज मिलेगा। इसमें धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, उड़द, मुंग, तिल, मूंगफली, सोयाबीन और अरहर शामिल है। इसके साथ ही फसल की बुवाई के बाद अगर किसान को नुकसान होता है तो बीमा कवरेज किसान को मिलता है। फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल कटाई के बाद भी नुकसान का कवर मिलता है।
इसके लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की तरफ से एक टोल फ्री नंबर 14447 जारी किया गया है।इस नंबर पर फोन करके किसान आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं और बीमा से जुड़ी पूरी जानकारी ले सकते हैं।
और अब किसानों से लिए सबसे उपयोगी मौसम की जानाकरी
4.मौसम अपडेट
IMD ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा और पूर्वोत्तर भारत में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान मध्य भारत में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 04-07 तारीख के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
और आखिर में न्यूज पोटली की ज्ञान पोटली
5.खेती में लगातार रसायनों और कीटनाशकों के प्रयोग ने मिट्टी की गुणवत्ता को कम कर दिया है। इससे उत्पादन और गुणवत्ता, दोनों ही प्रभावित हुए हैं।
कहा जाता है कि मिट्टी किसान की पहचान होती है। इसके महत्व को देखते हुए ही सरकार भी लगातार मिट्टी के प्रति किसानों को जागरूक कर रही है और मृदा के लिए स्वास्थ्य कार्ड भी जारी कर रही है। मिट्टी की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए ये पाँच ज़रूरी उपाय करें।
1.मृदा की जांच करवाएं
मिट्टी की जांच करवा कर ही मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा का सही अंदाजा लगाया जा सकता है,
2.उर्वरक प्रबंधन
उर्वरक प्रबंधन की मदद से मृदा की गुणवत्ता को 40 से 50% तक क्षीण होने से बचाया जा सकता है।
3.दलहनी पौधों एवं हरी घास का समावेशन
फसल चक्र में हरी घास एवं दलहनी पौधों का उचित समावेशन किया जाना जरूरी है। दलहनी पौधों में दाल का उत्पादन कर किसान अच्छा मुनाफा तो कमा ही सकते हैं। साथ ही इन पौधों की मदद से किसान मिट्टी में नाइट्रोजन की पर्याप्त आपूर्ति भी कर सकते हैं।
4.जैविक उर्वरक का उपयोग जरूर करें
जैविक उर्वरक का उपयोग कर जमीन की उर्वरा शक्ति या मिट्टी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य (soil quality and health.) को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है।
5.पराली एवं अन्य फसल अवशेषों को मिट्टी में दबाएं
पराली एवं फसल अवशेषों को जलाया जाना मिट्टी की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। इसलिए फसल अवशेष को जलाने की जगह उसे मिट्टी में दबा दें ताकि फसल अवशेष सड़ कर खाद बने और खेत की उर्वरा शक्ति में बढ़ोतरी हो।
खेती किसानी की रोचक जानकारी और जरुरी मुद्दों, नई तकनीक, नई मशीनों की जानकारी के लिए देखते रहिए न्यूज पोटली।
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।