केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित आईसीएआर संस्थान में किसानों को कृषि उपकरण और इनपुट किट वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू किए गए जीएसटी सुधारों से जनता और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा, जैसे 35 एचपी ट्रैक्टर पर 43 हज़ार रुपये की बचत। चौहान ने आईसीएआर के नए कृषि यंत्रों को समय बचाने और उत्पादकता बढ़ाने वाला बताया और किसानों से इंटीग्रेटेड फार्मिंग अपनाने को कहा ।
भोपाल। केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित आईसीएआर केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में किसानों से संवाद किया और उन्हें कृषि उपकरण व इनपुट किट का वितरण किया। इस दौरान उन्होंने नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस शुभ अवसर पर देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए जीएसटी सुधारों का उपहार भी मिला है।
जीएसटी सुधारों से किसानों और जनता को राहत
चौहान ने कहा कि रोज़मर्रा की ज़रूरत की वस्तुओं पर जीएसटी 0% कर दिया गया है और खेती-बाड़ी से जुड़ी वस्तुओं पर कर दरें 18 और 12 प्रतिशत से घटाकर केवल 5 प्रतिशत कर दी गई हैं। इससे किसानों और आमजन को सीधा फायदा होगा।
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अब 35 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर पर किसानों को 43 हज़ार रुपये की बचत होगी। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी का किसानों और जनता के लिए बड़ा तोहफ़ा बताया। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि ‘बचत सप्ताह’ मनाया जाएगा ताकि जीएसटी सुधारों का संदेश आमजन तक पहुंचे और लोग स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता दें।
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महंगाई से राहत और योजनाओं का लाभ
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक समय ऐसा था जब महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी थी, लेकिन आज जनता को तीन तरह की राहत मिली है। महंगाई में कमी, करों में राहत और सरकारी योजनाओं जैसे निःशुल्क राशन, किसान सम्मान निधि, लखपति दीदी योजना, स्ट्रीट वेंडर योजना और आयुष्मान भारत से सीधा लाभ।
उन्होंने आईसीएआर संस्थान द्वारा बनाए गए नए कृषि यंत्रों की भी सराहना की। बैटरी से चलने वाला स्प्रेयर मशीन किसानों के लिए बेहद उपयोगी है, जिसे कंधे पर लटकाकर आसानी से दवा का छिड़काव किया जा सकता है। वहीं सब्ज़ी रोपाई मशीन की मदद से टमाटर, बैंगन और मिर्च जैसी फसलों की रोपाई तेज़ और सटीक तरीके से होगी, जिससे एक मिनट में 12–15 पौधे लगाए जा सकते हैं। इन आधुनिक उपकरणों से खेती आसान होगी, समय बचेगा और उत्पादकता भी बढ़ेगी।
इंटीग्रेटेड फार्मिंग पर जोर
कार्यक्रम में चौहान ने कहा कि अब केवल फसल पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। किसानों को इंटीग्रेटेड फार्मिंग अपनानी होगी, जिसमें खेती के साथ-साथ पशुपालन, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन और मछली पालन जैसे कार्य शामिल हों। इससे किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मज़बूत बनेगी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों का उद्देश्य है किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आमदनी दोगुनी करना।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।