लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज यानी शुक्रवार को प्राकृतिक खेती और कृषि विज्ञान पर कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई केंद्रीय मंत्री शिरकत करेंगे। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि कार्यक्रम में देश के अलग-अलग राज्यों के लगभग 500 प्रतिनिधि होटल दी सेंट्रम में अपने अनुभव साझा करेंगे और प्राकृतिक खेती और श्री अन्न के महत्व से लोगों को अवगत कराएंगे।
सूर्यप्रताप शाही ने बताया कि सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारी समेत देश के 15 कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति और डीन, 180 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों के साथ ही प्राकृतिक खेती करने वाले किसान भी भाग लेंगे। कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती के उत्पादों का काउंटर भी लगाए जाएंगे।
इससे पहले एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंंह चौहान वैज्ञानिक समुदाय से किसानों तक पहुंचने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग करके उत्पादन बढ़ाने में उनकी मदद करने को कहा है। उन्होंने आगे कहा कि देश के अधिकांश किसानों के पास बहुत कम जमीन है और उनके लिए आदर्श फार्म बनाने की जरूरत है। मध्य प्रदेश में अपने अनुभव का हवाला देते हुए, जहां उनके मुख्यमंत्री रहते कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई थी, उन्होंने कहा कि यदि कृषि में विविधता लाई जाए तो खेती में किसानों की आय में वृद्धि संभव है।
“पशुपालन, मछली पालन, गेहूं उत्पादन, दलहन और तिलहन में उत्पादन बढ़ाने के लिए काम करना होगा। दलहन और खाद्य तेल के उत्पादन में आत्मनिर्भरता लाना सरकार का मुख्य फोकस है। यदि यह हासिल हो जाता है तो हमें विदेशों से पाम ऑयल आयात नहीं करना पड़ेगा।” उन्होंने आगे कहा।