UP Farm ID: खेत में कौन सी फसल होगी अच्‍छी, क्‍या है उसकी कमजोरी, क‍िसानों को घर बैठे म‍िलेगी हर जानकारी


लखनऊ। अब खेतों की भी अपनी एक पहचान होगी। क‍िस खेत में कब क्‍या लग रहा, क‍ितनी पैदावार हो रही, मौसम का क‍ितना असर पड़ रहा, यह सब जांचा, परखा जा सकेगा, इनका र‍िकॉर्ड रखा जा सकेगा। और यह सब उत्तर प्रदेश सरकार नई तकनीकी की मदद से करने जा रही है। योगी सरकार स्वामित्व योजना के तहत किसानों को एक यूनिक फार्म आईडी (UP Farm ID) देने की तैयारी कर रही है जिससे किसान आसानी से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के साथ-साथ अपने खेतों के बारे में भी सब कुछ जान सकेंगे।

रिपोर्ट के अनुसार इस योजना का Pilot Project पूरा हो गया है और अब यूप सरकार इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी कर रही है। योजना के तहत जिस तरह से लोगों को उनके घर मकान आदि की डिजिटल ब्योरा दिया जा रहा है, उसी तरह से अब किसानों को उनके खेत का ब्योरा भी दिया जाएगा और वो भी डिजिटल फॉर्म में जिससे घर बैठे किसान आसानी से अपने खेत के बारे में सब कुछ जान सकेंगे।

किसान को इससे क्या फायदा?
बताया जा रहा है कि इस आईडी की मदद से किसानों को खेती करना और भी आसान हो जाएगा क्योंकि इसकी मदद से किसान सब कुछ जान सकेंगे, जैसे उनके खेत में किस फसल की उपज अच्छी होगी, खेत में किस खाद की ज्‍यादा जरूरत है, मिट्टी की जाँच आदि। आपको बता दें कि ये सब काम किसान ऑनलाइन घर बैठे कर सकते हैं। इसकी मदद से किसान कभी भी सरकार के माध्यम से Agriculture Experts से यह जानकारी ले सकेंगे कि उन्हें फसल में कब कितना खाद, पानी और दवा देनी है।

सरकार को भी मिलेगी मदद
इस Farm ID से किसानों के साथ-साथ सरकार को भी आँकड़े जैसे किसान किस सीजन में अपने कौन से खेत में कब कौन सी फसल कितने रकबे में बोया है, ये जानने समझने में आसानी होगी क्योंकि मौजूदा व्यवस्था में कृषि उपजों के उत्पादन को लेकर अनुमान परक आंकड़ों से ही काम चलाया जा रहा है। लेकिन अब इस आईडी के प्रयोग से सरकार सही आँकड़े ले पाएगी और इसकी जरिये हर खेत की उत्पादन क्षमता का रिकॉर्ड भी दर्ज किया जा सकेगा। इस आईडी के आधार पर सरकार को यह भी पता चल जाएगा कि किस किसान के कौन से खेत में फसल नहीं बोई गई है। इसके आधार पर फसल बीमा सहित अन्य योजनाओं का लाभ सही लाभा‍र्थी तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

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