1.राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए शुरु की बकरी पालन योजना, इतनी मिल रही सब्सिडी
राजस्थान सरकार ने राज्य के छोटे किसानों के लिए बकरी पालन योजना की शुरूवात की है। योजना के तहत बकरी पालन की शुरूवात करने वाले लाभार्थियों को 5 लाख से 50 लाख रुपये तक का लोन योजना के तहत दिया जा रहा है। लाभार्थियों को दिये जा रहे ऋण पर श्रेणी के अनुसार 50% से 60% की सब्सिडी दी जा रही है। अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको जरुरी दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, पशुपालन प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, भूमि संबंधी दस्तावेज, मोबाइल नंबर ,पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक पासबुक के साथ नजदीकी पशु चिकित्सा कार्यालय में आफलाइन आवेदन करना होगा।
2. केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र में 10-15 जून के बीच आयोजित होगा बटेर पालन आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम
सरकार अंडे व मांस के कारोबार को बढ़ावा दे रही है। बरेली स्थित केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र में 10-15 जून के बीच बटेर पालन विषय पर किसानों व युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। ये प्रशिक्षण ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से होगा। अनुसंधान केंद्र अभ्यार्थियों से इस ट्रेनिंग के लिए शुल्क भी ले रहा है। इच्छुक अभ्यार्थी संस्था की आधिकारिक वेबसाइट https://cari.icar.gov.in/payment.php पर जाकर भुगतान कर सकते हैं। ऑनलाइन मोड के लिए 5000/- रुपये व ऑफलाइन मोड के लिए 6000/- रुपये फीस फीस के रूप में जमा करने होंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की पात्रता : उम्मीदवार को कंप्यूटर / लैपटॉप और एंड्रॉइड मोबाइल फोन / माइक्रोफोन का ज्ञान होना चाहिए। किसी भी स्ट्रीम में स्नातक होना चाहिए। उम्मीदवार को हिंदी और अंग्रेजी भाषा की समझ होनी चाहिए।
3.जर्सी नस्ल की गाय देती है सबसे अधिक दूध, इतनी मात्रा में पाये जाते हैं पोषक तत्व
दूध के मामले में गाय की अपनी अलग ही पहचान होती है। गाय की रंगत व बनावट से उसकी नस्ल का पता चलता है।कुछ सामान्य शारीरिक विशेषताएं भी गाय की पहचान करने में मदद करती हैं। जर्सी गाय डेयरी मवेशियों की एक प्रमुख लोकप्रिय नस्ल है जिसे अधिक दूध उत्पादन के लिए पाला जाता है। ये गाय दुनिया के कई देशों में पाली जाती है।
इस गाय का दूध सेहत के लिए लाभदायक और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसके एक कप दूध में लगभग 276 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। साथ ही 227 मिलीग्राम फास्फोरस भी पाया जाता है। जर्सी गाय प्रतिदिन लगभग 20 से 25 लीटर दूध देती है। इसके दूध में 5.5% फैट होता है और 15 से 18% से ज्यादा प्रोटीन भी पाया जाता है। इसके दूध में कैल्शियम की मात्रा 18 से 20% से ज्यादा होती है।
और अब किसानों से लिए सबसे उपयोगी मौसम की जानकारी
4. मौसम अपडेट
सोमवार को उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति देखी गई लेकिन इसकी तीव्रता पहले के मुकाबले कम थी।अगले एक से दो दिन में इससे राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले चार पांच दिनों तक उत्तर पश्चिम और पूर्वी भारत के अलग-अलग हिस्सों में कम तीव्रता के साथ लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है। IMD ने कहा है कि 4-5 जून को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और ओडिशा के कुछ हिस्सों में, 7 जून तक उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और झारखंड में तथा 6-7 जून को बिहार में लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
और आखिर में न्यूज पोटली की ज्ञान पोटली
5.नकदी फसल की खेती के फायदे
नकदी फसल से किसान को अच्छी आमदनी होती है। किसान मुख्य रुप से नकदी फसलों के रुप में गन्ना, मेंथा, कपास, चाय , जूट की खेती करते हैं जिससे उन्हे अच्छी आय प्राप्त होती है। इन फसलों की बिक्री आमतौर पर स्थानीय, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार या बिक्री की जाती है। नकदी फसलें अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा होती हैं। नकदी फसलें देश के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देती हैं। खेती किसानी की रोचक जानकारी और जरुरी मुद्दों, नई तकनीक, नई मशीनों की जानकारी के लिए देखते रहिए न्यूज पोटली।