लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परम्परागत खेती से जो किसन 20 से 25 हजार कमा रहे हैं वे किसान औषधीय पौधों की खेती करके एक लाख रुपए तक कमाई कर रहे हैं। तक की कमाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सगंध और औषधीय (जड़ी-बूटी) पौधों की खेती करने वाले किसान कई गुना ज्यादा लाभ काम रहे हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को लखनऊ स्थित सीमैप के किसान मेले में कई राज्यों से आए किसानों को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय औषधीय और सगंध पौध संस्थान-CSIR-CIMAP में किसान मेले के अंतिम दिन कई राज्यों के 4000 से ज्यादा किसान शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को मेंथा की जड़े, सतावर और खस, लेमनग्रास आदि की पौध उपहार में दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस मौके पर उन्होंने “एरोमा मिशन मोबाइल ऐप” का विमोचन किया किया। इस ऐप के माध्यम से किसा,वैज्ञानिक और खरीदारों को आपस में जुड़ेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एरोमा मिशन के तहत किसानों को औषधीय और सगंध पौधों की खेती के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि सीमैप ने यूपी में औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती के संबंध में अच्छा कार्य किया है। किसानों से अनुसंधान संस्थानों द्वारा विकसित उन्नत किस्मों और प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने प्राकृतिक खेती के माध्यम से औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती पर जोर दिया। जिससे हर्बल उद्योगों को काफी मदद मिलेगी और किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
मेले में सीएसआईआर की महानिदेशक एवं डीएसआईआर की सचिव डॉ. एन कलैसेल्वी ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा सीएसआईआर नकदी फसलों, खाद्य फसलों, सुगंधित और औषधीय फसलों आदि से संबंधित नवीन अनुसंधान के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित उपक्रमों के विकास पर कार्य कर रहा है। जो कि ऐरोमा, फ्लोरीकल्चर मिशन जैसी प्रमुख मिशन मोड परियोजनाओं के माध्यम से देश भर में इसकी विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
झारखण्ड की महिला किसान सीएम ने दी लेमनग्रास
झारखण्ड के गुमला जिले की रहने वाली बसंती देवी को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खेती करने के लिए लेमनग्रास के पौध दी। उन्हें सगंध और औषधीय पौधों की खेती करने के लिए प्रेरित भी किया। बसंती देवी ने न्यूज पोटली से बात करते हुए कहा, “जो घास उन्हें मुख्यमंत्री जी ने दी है वे उसे अपने खेत में लगाएंगी।” वे एक उद्यमी किसान हैं।
थारू समुदाय की महिला को दी मेंथा की जड़
लखीमपुर के दुधवा नेशनल पार्क के पास एक गांव की रहने वाली रहने वाली शिवकुमारी देवी थारू समुदाय से आती हैं। खेती उनकी आजीविका का जरिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीमैप में आयोजित किसान मेले में मेंथा की जड़ दी। शिवकुमारी ने कहा कि वो अपने समाज के लोगों को मेंथा की खेती के लिए प्रेरित करेंगी। थारु और जंगल इलाके में रहने वाले आदिवासियों और ग्रामीणों के लिए सीमैप पिछले कई वर्षों से विशेष अभियान चला रहा ताकि उन्हें मुख्य धारा से जोड़ा जा सके और खेती के जरिए उनकी आजीविका को बढ़ाया जा सके।
बस्ती के किसान को खस की नई किस्म दी
बस्ती जिले के डिंगरापुर गांव से आये किसान प्रेमप्रकाश सिंह बताते हैं, “वे वर्ष 2005 से खस की खेती करते हैं। मुख्यमत्री ने आज उन्हें मेले में खस की नई किस्म सिम समृद्धि की जड़ें दी और उन्हें खेती करने और दूसरों को रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित किया।”