देश में चोरी छिपे इंपोर्ट हो रहे चाइनीज़ लहसुन का मामला कोर्ट पहुंच गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में इसकी बिक्री पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता का दावा है कि, चाइनीज़ लहसुन सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने साल 2014 में इस पर प्रतिबंधित लगा दिया था। अदालत में सुनवाई के दौरान वादी आधा किलो लहसुन लेकर पहुंचा।
याचिकाकर्ता मोती लाल यादव का दावा है कि, चाइनीज़ लहसुन से लोगों को कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा है। सस्ता होने की वजह से ये मार्केट में बहुतायत में मिलता है। सरकार ने इसके आयात और बिक्री पर रोक लगा रखी है, बावजूद इसके धड़ल्ले से ये बाजार में बिक रहा है, और इसे रोकने की कोशिश नहीं की जा रही है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ को कोर्ट में तलब किया है।
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खबरों के मुताबिक सितंबर महीने में ही यूपी में कस्टम विभाग ने 16 टन चाइनीज़ लहसुन जब्त किया था। लहसुन को जांच के लिए लैब में भेजा गया। सैंपलिंग में फेल होने पर विभाग ने इसको नष्ट करवा दिया था। बताया गया कि लहसुन में फंगस मिला था। बता दें कि देश में इन दिनों लहसुन काफी महंगा है। इसको देखते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए तस्कर चीन से लहसुन मंगा रहे हैं। ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंचाया जा रहा है।
कैसे पहचाने चाइनीज़ लहसुन
चाइनीज़ लहसुन आमतौर पर आकार में छोटा होता है, इसका रंग हल्का सफेद और गुलाबी होता है। भारतीय लहसुन की तुलना में इसकी सुगंध हल्की होती है। भारतीय लहसुन अपनी तेज और तीखी गंध के लिए जाना जाता है।
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