एथनॉल

Ethanol को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, गन्ना किसानों और चीनी मिलों को मिलेगा फायदा

केंद्र सरकार ने एथेनॉल(Ethanol) आपूर्ति वर्ष 2024-25 के लिए गन्ना आधारित एथेनॉल(Ethanol) के संशोधित खरीद मूल्य को मंजूरी दी है. इसके तहत अब C-हैवी शीरा से बने एथेनॉल(Ethanol) की कीमत ₹57.97 प्रति लीटर, B-हैवी शीरा की कीमत ₹60.73 प्रति लीटर और गन्ने के रस/चीनी/चीनी सिरप की कीमत ₹65.61 प्रति लीटर निर्धारित की गई है. सरकार के इस फैसले से 20 फीसदी ब्लेंडिंग टारगेट को पूरा करने में तेजी आएगी. इसके अलावा किसानों का अटका गन्ना भुगतान मिलना आसान हो जाएगा.  

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sugarcane

गन्ने की पैदावार बढ़ाने में कारगर है गन्ने की खेती की 4 इन 1 टेक्नोलॉजी

भारत में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती की जाती है. लेकिन ज्यादातर किसानों की प्रति एकड़ उपज काफी कम है. गन्ना कमाई वाली ठोस फसल है लेकिन जरुरी है कि अच्छी पैदावार मिले. ऐसे में किसानों को ये जानना ज़रूरी है कि बेहतर उपज के लिए क्या करना चाहिए.

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WHEAT

गेहूं की फसल को बढ़ते तापमान से बचाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने जारी की एडवाइजरी

वर्तमान में धीरे-धीरे दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है. फरवरी महीने के पहले सप्ताह से तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है. इस दौरान गेहूं की खेती से अच्छी पैदावार के लिए क्या उपाय करना चाहिए. इसके लिए चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार हरियाणा के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए एडवाइज़री जारी की है.

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MSP लागू करवाने के लिए राजस्थान के 45,537 गांव बंद

MSP की मांग को लेकर देशभर में अलग-अलग जगहों पर किसान अपने-अपने तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में जहां MSP की मांग को लेकर जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 65 दिनों से आमरण अनशन पर हैं, वहीं दूसरी तरफ आज राजस्थान के करीब 45,537 गांवों में भी लोग MSP की मांग कर रहे…

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यूपी एग्रीस

UP-AGREES का 4 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू, इससे किसानों को क्या फायदा?

लखनऊ। 4 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली UP-AGREES परियोजना का शुरुआत किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य कृषि और उससे संबंधित क्षेत्र को चिन्हित करना, प्रमुख फसलों की उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि, विशिष्ट कृषि उत्पादों को बढ़ावा देना, फसल तैयार होने के बाद प्रबंधन और बाजार समर्थन प्रणाली को विकसित करना है. इसके पहले चरण…

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1 फरवरी 2025 से फसल बीमा पॉलिसी ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ अभियान की शुरुआत होने जा रही है। इसके तहत किसानों को फसल बीमा पॉलिसी वितरित की जाएगी।

1 फरवरी से शुरू होगा ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?

1 फरवरी 2025 से फसल बीमा पॉलिसी ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ अभियान की शुरुआत होने जा रही है। इसके तहत किसानों को फसल बीमा पॉलिसी वितरित की जाएगी। सरकार ने इसके लिए 14447 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। इस पर कॉल करके किसान और ज्यादा जानकारी ले सकते हं। साथ ही किसान सरकार की…

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शिवराज सिंह

‘सरकार Direct benefit transfer के माध्यम से कृषि सब्सिडी देने पर विचार कर सकती है’: शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि को सरल बनाने के लिए संभावित नीतिगत बदलावों की घोषणा की, जिसमें Direct benefit transfer के माध्यम से उर्वरकों और कृषि उपकरणों के लिए सब्सिडी का सुझाव दिया गया. सरकार किसानों को समर्थन देने के लिए कृषि उपज की परिवहन लागत को कवर करने पर भी विचार कर रही है. इन उपायों का उद्देश्य किसानों को मौजूदा योजनाओं के बारे में सूचित करते हुए कृषि को अधिक कुशल बनाना और उपभोक्ताओं के लिए लागत कम करना है.

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शिवराज सिंह

‘उपज खरीद का ज्यादा से ज्यादा फायदा किसानों को मिलना चाहिए’- कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उपज खरीद का ज्यादा से ज्यादा फायदा किसानों को मिलना चाहिए. उन्होंने बताया गया कि 24 जनवरी 2025 तक रबी फसलों के अंतर्गत कुल क्षेत्रफल कवरेज पिछले वर्ष की तुलना में 12.17 लाख हेक्टेयर अधिक है. कृषि मंत्री आगामी खरीफ सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर विभागीय अधिकारी से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह आगामी दिनों में चर्चा करेंगे.

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जगजीत

जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती, तब तक अनशन खत्म नहीं करेंगे: जगजीत सिंह दल्लेवाल

किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल, जो संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक हैं, पिछले साल 26 नवंबर से खनौरी सीमा बिंदु पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. खनौरी विरोध स्थल पर मीडिया को जानकारी देते हुए दल्लेवाल ने कहा कि पूरे देश को MSP की जरूरत है. उन्होंने कहा, “पंजाब को भी अपने भूमिगत जल स्तर को बचाने के लिए MSP की जरूरत है.”

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RABI CROP

Rabi Crop: धान, गेहूं और दलहन की बुआई में बढ़ोतरी, तिलहन और मोटे अनाज के रकबे में गिरावट

देशभर में रबी फसलों की बुआई अभी भी जारी है. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मुताबिक़ 20 जनवरी 2024 तक रबी फसलों के अंतर्गत बुआई का कुल क्षेत्रफल 640 लाख हेक्टेयर था. वहीं 27 जनवरी 2024 को जारी आंकड़ों के मुताबिक़ अभी तक रबी फसल की बुआई 655.88  लाख हेक्टेयर से अधिक में हो चुकी है. मतलब एक सप्ताह में लगभग 15 लाख हेक्टेयर की बुआई हुई है.

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