धान के खेतों में इस तरीके से बढ़ाई जा सकती है नाइट्रोजन की मात्रा, जानिए पूसा के वैज्ञानिकों ने और फसलों के बारे में क्या कहा?
पूसा संस्थान, नई दिल्ली के कृषि वैज्ञानिकों ने खरीफ की सभी फसलों की देख भाल को लेकर किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को धान के उन खेतों में नील हरित शैवाल के उपयोग की सलाह दी है, जहां पानी भरा रहता है। इससे नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।