लीची

लीची किसान इस कीट से रहें सावधान, जानिए कीट की पहचान और बचाव के उपाय

लीची किसानों के लिए बड़ी खबर है. बिहार सरकार कृषि विभाग ने लीची उत्पादक किसानों को स्टिंक बग कीट के प्रति सचेत किया है. कृषि विभाग ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि फलदार वृक्षों में खासकर लीची के पौधों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है. लीची में लगने वाले स्टिंक बग कीट बेहद खतरनाक कीट है, जो समय पर नियंत्रण नहीं होने पर भारी नुकसान पहुंचा सकता है. इस कीट का प्रभाव पिछले साल मुजफ्फरपुर और पूर्वी चम्पारण के कुछ प्रखंडों में देखा गया है.  इस नुकसान से बचने के लिए किसानों को सही समय पर कीट की पहचान और प्रबंधन करने की सलाह दी गई है.

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ग्रीष्मकालीन जुताई

ग्रीष्मकालीन जुताई कब करें? मानसून आने से पहले किसान कर लें ये काम, बढ़ेगी पैदावार

बेहतर उत्पादन के लिए खेत की जुताई एक महत्वपूर्ण क्रिया है। तेज धूप में गहरी जुताई करने से मिट्टी में पाए जाने वाले हानिकारक जीवाणु खत्म हो जाते हैं. ग्रीष्मकालीन जुताई मई-जून के दौरान मानसून आने से पहले की जाती है. ग्रीष्मकालीन जुताई कम लागत में गुणवत्तायुक्त उत्पादन में सहायक है. इसलिए किसान अपने खेतों की जुताई मानसून से पहले कर लें. इससे आगामी फसल की बेहतर पैदावार होगी. इसको लेकर कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है. 

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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय

किसानों से गांवों में जाकर संवाद करेंगे कृषि वैज्ञानिक- केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) द्वारा देशभर में विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि यह अभियान 700 से ज्यादा जिलों में 29 मई से प्रारंभ होकर 12 जून तक चलेगा। इस दौरान हमारे कृषि वैज्ञानिक एवं मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय कृषिकर्मियों के साथ टीम बनाकर प्रतिदिन अलग-अलग गांवों में पहुंचकर किसानों से सीधे संवाद करेंगे तथा उन्हें खेती-किसानी के संबंध में अपने स्तर पर और जागरूक करेंगे, विभिन्न सलाह देंगे।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने खरीफ उत्पादन में 12 प्रतिशत वृद्धि कर 293 लाख टन करने का रखा लक्ष्य

उत्तर प्रदेश नई खरीफ रणनीति के साथ किसानों की आय बढ़ाने के लिए तैयार है, जिसका लक्ष्य खाद्यान्न और तिलहन उत्पादन में 12% की वृद्धि कर 293 लाख टन करना है। इस पहल का ध्यान बेहतर फसल नियोजन, मक्का और धान को बढ़ावा देने और जल संरक्षण के लिए 8,500 खेत तालाबों के निर्माण पर है। इससे किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और गुणवत्तापूर्ण बीज और उर्वरकों तक पहुँच मिलेगी।

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देश में चावल और गेहूं का वास्तविक स्टॉक बफर मानक के मुकाबले काफी ज्यादा-केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के कृषि क्षेत्र की प्रगति के संबंध में आज कृषि भवन, नई दिल्ली में समीक्षा बैठक की और वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान शिवराज सिंह ने किसानों से चना, मसूर, उड़द एवं अरहर की खरीद के संबंध में निर्देश देने के साथ ही अधिकारियों से कहा कि ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे कि किसानों को उनकी उपज खरीद का भुगतान होने में देरी नहीं हो, वहीं यह भी बताया गया कि देश में चावल और गेहूं का वास्तविक स्टॉक बफर मानक के मुकाबले काफी ज्यादा है।

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बिहार

बिहार में कृषि क्षेत्र में तकनीक को बढ़ावा, सरकार मल्चिंग पर दे रही 50 फीसदी सब्सिडी

बिहार सरकार ने प्रदेश कृषि क्षेत्र में नवाचार लाने और किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए एक नई योजना का प्रस्ताव रखा है. इस योजना का उद्देश्य है खेती में प्लास्टिक, जूट और एग्रो-टेक्सटाइल मल्च (Mulch) का इस्तेमाल बढ़ाना, जिससे फसलों की उत्पादकता बढ़े, पानी की बचत हो और किसानों की आमदनी भी बढ़े. राज्य सरकार की यह पहल सस्टेनेबल और क्लाइमेट-फ्रेंडली खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

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केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी

देश में राशन की कोई कमी नहीं, अफवाहों से बचें..केंद्र सरकार का ऐलान

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भरोसा दिलाया है कि देश में पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है. चावल का मौजूदा स्टॉक 135 लाख मीट्रिक टन के बफर मानक के मुकाबले 356.42 लाख मीट्रिक टन है. इसी तरह, गेहूं का स्टॉक 276 लाख मीट्रिक टन के बफर मानक के मुकाबले 383.32 लाख मीट्रिक टन है, जो जरूरत से कहीं ज्यादा है, जिससे देश भर में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है.

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खाद्यान्न में धान, गेहूं, मोटे अनाज और दालें शामिल हैं।

केंद्र सरकार ने फसल वर्ष 2025-26 के लिए रिकॉर्ड 354.64 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का रखा लक्ष्य

भारत ने 2025-26 के फसल वर्ष में खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि करने का लक्ष्य रखा है, जो कि अनुमानित अनुकूल मानसून वर्षा से प्रेरित है। यह लक्ष्य मौजूदा वर्ष के 341.55 मिलियन टन के लक्ष्य से अधिक है। चावल उत्पादन 147.35 मिलियन टन तक पहुँचने का अनुमान है, जबकि गेहूँ उत्पादन 117.40 मिलियन टन निर्धारित किया गया है।

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कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिटिंग की।

सीमावर्ती इलाके के किसानों को लेकर कृषि मंत्री की अधिकारियों के साथ मीटिंग, दिए जरूरी दिशा-निर्देश

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिटिंग की। भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार अधिकारियों से मीटिंग कर रहे हैं, किसानों के संपर्क में हैं। इसी कड़ी में 10 मई को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग…

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उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

भारत के अलग-अलग हिस्सों में अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम का मिजाज़?

भारत में अगले कुछ दिन कहीं बारिश होने की संभावना है, तो कहीं आंधी-तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि, 10 और 11 मई…

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