केदार संकर सिरोही

क्या MSP गारंटी कानून संभव है?

देश के किसान MSP यानि Minimum Support Price गारंटी की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। न्यूज़ पोटली के संस्थापक अरविंद शुक्ला से किसान नेता केदार शंकर सिरोही (मध्य प्रदेश) ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी है। इसके अलावा किसान नेता सिरोही ने पिछले एक साल से चल रहे किसान आंदोलन की वजह, खेती में लगने वाला Input cost, rural unemployment, cooperatives, और inflation जैसे मुद्दों पर बात की है।

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अगैती तरबूज की खेती से मुनाफ़ा कमा रहा बाराबंकी का किसान

बाराबंकी (उत्तरप्रदेश) अगैती सब्जियां और फल हमेशा मार्केट में अच्छे रेट पर बिकती हैं। प्रगतिशील किसान और मंडी के आढ़ती सब कहते हैं कि अगैती फसलें ( फलों और सब्जियों ) ने ज्यादातर किसानों को मुनाफा दिया है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रहने वाले मयंक वर्मा ऐसे ही एक किसान हैं जो तरबूज की खेती से अच्छा मुनाफ़ा कमा रहे हैं। तरबूज के साथ मयंक फ्रेंच बीन्स, टमाटर, गोभी, मूली की भी खेती करते हैं।

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सब्सिडी योजना

इन कृषि यंत्रों पर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है योगी सरकार, 20 दिसंबर तक कर सकते हैं आवेदन

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य में खेती-किसानी को और आसान बनाने और फसलों की देखभाल के लिए किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी दे रही है। प्रदेश सरकार की तरफ़ से लगातार कोशिश की जा रही है कि कैसे किसानों की खेती में लागत कम कर आमदनी बढ़ायी जाये, सरकार की ये पहल भी इसी क्रम में है।

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बहराइच के रहने वाले जय सिंह 1983 से केले की खेती करते आ रहे हैं। उन्हें केले की खेती में नया आयाम गढ़ने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है।

UP के धुरंधर किसान जय सिंह के वो टिप्स, जो बढ़ा देंगे केले की पैदावार

भारत दुनिया का सबसे ज्यादा केला उत्पदान करने वाला देश है। यहां हर साल करीब 37.41 मिलियनट मिलियन टन केले का उत्पादन होता है। पूरी दुनिया का 19.37% केले का उत्पादन सिर्फ भारत में ही होता है। भारत की बात करें तो आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में सबसे ज्यादा केले की पैदावार होती है।…

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यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएसआर अपनाने वाले 5 किसानों को किया सम्मानित

लखनऊ (यूपी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में कम पानी में धान की खेती करने वाले 5 किसानों को सम्मानित किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के पास देश की 11 फीसदी कृषि लायक जमीन है, जबकि देश की 17% आबादी प्रदेश में निवास करती है…

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देश की 30 फीसदी से ज्यादा खेती की ज़मीन की गुणवत्ता खराब हो रही है। इस पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताई है।

देश की खराब हो रही 30% खेती की ज़मीन की गुणवत्ता में कैसे सुधार होगा?

देश की 30 फीसदी से ज्यादा खेती की ज़मीन की गुणवत्ता खराब हो रही है। इस पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताई है। मिट्टी की गुणवत्ता पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘भुखमरी को खत्म करने, जलवायु परिवर्तन और भूमि पर जीवन…

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भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है

कृषि में कमाल करने वाले भारत के 10 राज्य

भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है, तो दूसरी तरफ वो तादाद भी कम नहीं, जब पढ़े-लिखे युवाओं का रुझान इस तरफ बढ़ा है। कई नौजवान…

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जानकारों का मानना है कि अगर इस दिशा में ठीक तरीके से काम किया गया तो, एग्रेकल्चर सेक्टर को दोबारा बेहतर बनाया जा सकता है।

खेती-किसानी के भी अच्छे दिन आने वाले हैं?

किसानों की बेहतरी के लिए सरकारें तो अपने स्तर काम करती ही रहती हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में किसान भी इस दिशा में काम कर रहे हैं। वो खेत-किसानी में नई टेक्नोलॉजी, नए तरीकों को अपना रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अगर इस दिशा में ठीक तरीके से काम किया गया तो,…

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ट्वेंट यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये पता चला है कि दुनिया में मुख्य फसलों को उगाने के लिए पानी की खपत में एतिहासिक बदलाव हुआ है।

सिंचाई में हर साल इस्तेमाल हो रहा सात ट्रिलियन क्यूबिक मीटर पानी: रिसर्च

क्या आप जानते हैं दुनिया भर में फसल उगाने के लिए हर साल करीब सात ट्रिलियन क्यूबिक मीटर का पानी का इस्तेमाल होता है। ट्वेंट यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये पता चला है कि दुनिया में मुख्य फसलों को उगाने के लिए पानी की खपत में एतिहासिक बदलाव हुआ है। फसलों को उगाने के…

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कानपुर के वैज्ञानकों ने गेहूं की नई प्रजाति K-2010 तैयार की है। अगले साल से इसका बीज भी मिलना शुरू हो जाएगा। इस प्रजाति का गेहूं सिर्फ 125 दिनों में तैयार हो जाएगा।

गेहूं की नई प्रजाति K-2010, फसल 125 दिनों में तैयार होगी, पैदावार भी ज्यादा

गेहूं की बुवाई का मौसम है। अगर आप भी गेंहू की खेती करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। कानपुर के वैज्ञानिकों ने गेहूं की नई प्रजाति तैयार की है। इसका नाम K-2010 रखा गया है। ये प्रजाति कीट और रोगों से तो सुरक्षित रहेगी ही, साथ ही फसल का उत्पादन भी बढ़ेगा।…

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