कुल्लू-मनाली

लैंडस्लाइड में दबता विकास, कुल्लू-मनाली की बरसाती तबाही और उसका असर

अगस्त 2025 में भारी बारिश ने कुल्लू-मनाली घाटी में फिर से कहर बरपाया, जिससे सैकड़ों सड़कें और किरतपुर–मनाली फोरलेन जगह-जगह धंस गईं और कई दुकानें-घर ब्यास नदी में समा गए। पर्यटन पर गहरा असर पड़ा, वहीं किसानों की सेब और सब्ज़ियों की खेप मंडियों तक नहीं पहुँच पा रही है, जिससे करोड़ों का नुकसान होने की आशंका है। विशेषज्ञों का मानना है कि अवैज्ञानिक निर्माण, फोरलेन परियोजना में पहाड़ों की अंधाधुंध कटाई और जलवायु परिवर्तन ने आपदा की तीव्रता को और बढ़ाया है। यह स्थिति केवल प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि हिमालयी विकास मॉडल और पर्यावरणीय संतुलन को लेकर एक गंभीर चेतावनी है, जिस पर तत्काल और दीर्घकालिक रणनीति बनाने की ज़रूरत है।

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भारी बारिश

उत्तर गुजरात में भारी बारिश का कहर: बनासकांठा में 10,000 एकड़ खेती की जमीन जलमग्न, किसानों के सपने डूबे

उत्तर गुजरात में मानसून इस बार किसानों के लिए आफत बनकर आया है। बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने बनासकांठा जिले में तबाही मचा दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार डीसा तालुका और आसपास के गांवों में करीब 9 इंच बारिश दर्ज की गई है, जिसके चलते खेतों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है। करीब 10,000 एकड़ उपजाऊ जमीन जलमग्न हो गई है और किसानों की मेहनत का फल – खासकर मूंगफली की फसल – पूरी तरह से नष्ट हो गई है।

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मध्य भारत

इन चार राज्यों के 102 जिले क्लाइमेट चेंज से निपटने के लिए तैयार नहीं, जिला स्तरीय कार्य योजना तैयार करने की जरुरत: स्टडी

एक नए अध्ययन से पता चला है कि मध्य भारत के तीन में से एक जिला क्लाइमेट चेंज से निपटने और इसके अनुकूल बनने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है. इस अध्ययन में एग्रो-क्लाइमेटिक और सामाजिक-आर्थिक असुरक्षाओं के आधार पर क्षेत्र के जलवायु परिवर्तन से निपटने की क्षमता के बारे में बताया गया है। स्टडी के निष्कर्ष बढ़ते तापमान, अनियमित वर्षा और सूखे का मुकाबला करने की तैयारियों के बारे में कमियों और किए जाने वाले उपायों को सामने लाते हैं।

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लखीमपुर खीरी में 21 मई को आई आंधी और तूफान में केले की 30% फसल बर्बाद हो गई।

आधे घंटे के तूफान ने बर्बाद कर दी साल भर की मेहनत, केले की 30% फसल तबाह

लखीमपुर खीरी: 21 मई को आई आंधी और तूफान में केले की 30% फसल बर्बाद हो गई। जिले में करीब एक हजार हेक्टेयर में केले की खेती होती है। किसानों का कहना है कि, महज आधे घंटे के लिए आए आंधी और तूफान ने बहुत भारी नुकसान हो गया। उन्होंने अपनी जिंदगी में इतनी भयंकर…

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उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

भारत के अलग-अलग हिस्सों में अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम का मिजाज़?

भारत में अगले कुछ दिन कहीं बारिश होने की संभावना है, तो कहीं आंधी-तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि, 10 और 11 मई…

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यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2025 पूरी दुनिया के लिए अब तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा।

SPECIAL REPORT: 2025 का अप्रैल बना इतिहास का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल, क्या खतरे की घंटी बज चुकी है?

पूरी दुनिया के लिए अप्रैल 2025 जलवायु इतिहास का अब तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल का महीना था। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2025 में वैश्विक तापमान 14.96 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया 2025 का जनवरी पिछले कई सालों की तुलना में कम ठंडा रहा है। फरवरी में ही गर्मी ने दस्तक दे दी, और…

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उत्तर प्रदेश में बाराबंकी समेत कई जिले के तरबूज किसान संकट में हैं। इस बार उनकी फसल अप्रैल के महीने में ही सूख गई है।

मौसम या बीमारी का प्रकोप, क्यों खराब हो गई तरबूज की फसल?

बाराबंकी ( उत्तर प्रदेश)। “इस बार मैंने 5 एकड़ में तरबूज़ की खेती की थी, जिसकी लागत करीब 6 लाख रुपये आई। मुझे उम्मीद थी कि, इस बार 15 लाख रुपये के करीब फसल बिकेगी, लेकिन फसल जिस तरह बर्बाद हुई है, उससे एक लाख रुपये निकालना भी मुश्किल है,” ये कहना है बाराबंकी के…

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उत्तर प्रदेश

यूपी में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों पर बरपाया कहर, मुख्यमंत्री योगी ने दिए राहत कार्यों के निर्देश

देशभर में बढ़ते तापमान के बीच उत्तर प्रदेश के ज़्यादातर जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का कहर जारी है। यह वो समय है जब खेतों में गेहूं पक चुका होता है या कटकर खलिहान में रखा होता है। दलहन और तिलहन की कटाई भी चल रही होती है। ऐसे में इतनी भारी बारिश ने किसानों को काफ़ी नुकसान पहुंचाया है।फसल कटाई के बाद किसानों को अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी, लेकिन अब मूसलाधार बारिश ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है।

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मौसम विभाग

मध्य और पूर्वी भारत में बारिश-ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट, इन क्षेत्रों में बढ़ेगा तापमान

मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के दौरान मध्य और उससे सटे पूर्वी भारत में मध्यम से भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।

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देश के इन राज्यों में बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट, IMD का अनुमान इस क्षेत्र में बढ़ेगा तापमान

जलवायु परिवर्तन के कारण भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. देश के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है तो कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से ज़्यादा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश में मौसम की स्थिति पर अनुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक़ अगले 4-5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में गरज और बिजली के साथ 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा (आंधी) चलने और ओलावृष्टि होने की आशंका है. वहीं 1 अप्रैल यानी आज सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग जगहों पर लू चलने की संभावना है.

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