किसानों को खेती से अच्छी आय मिले इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से हमेशा प्रयास किया जाता है. किसानों के लिए सरकार की ओर से आए दिन कई नई-नई योजनाएं चलाई जाती हैं, जिससे किसानों की आय में सुधार हो सके. इसी कड़ी में बिहार सरकार किसानों के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत केला की खेती के लिए योजना चला रही है. ऐसे में फलों की खेती करने वाले किसान इस योजना का लाभ उठाकर केले की खेती कर सकते हैं. इसके लिए सरकार किसानों को 75 फीसदी की बंपर सब्सिडी दे रही है.
केला कैश क्रॉप है। 11-16 महीन में होने वाली फसल है, ये ऐसा फल है, जिसकी डिमांड इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू की वजह से पूरे साल रहती है। पूरे भारत में अब केले की खेती 12 महीने होती है। हमारे पास एक्सपोर्ट की असीम संभावनाएं हैं। जानकारों की सलाह, सही जानकारी, मेहनत और वैज्ञानिक तकनीक से आप केले की अच्छी पैदावार ले सकते हैं।
बिहार कृषि विभाग की ओर से किए गए ट्वीट के मुताबिक, बागवानी फसलों को बढ़ावा देने वाली योजना के तहत किसानों को केले की खेती करने पर 75 फीसदी की सब्सिडी मिल रही है. आपको बता दें कि सरकार ने केले की खेती करने में 60 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की इकाई लागत तय की गई है, जिसमें किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी यानी 45000 रुपये सरकार सब्सिडी के तौर पर देगी. बिहार सरकार की इस योजना का उद्देश्य फलों की खेती को बढ़ावा देना है.
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आवेदन का तरीका
- किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की horticulture.bihar.gov.in वेबसाइट पर जाएं.
- किसान आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर जाने के बाद योजना का विकल्प चुनें.
- यहां जाने के बाद आप बागवानी योजना पर क्लिक करें.
- इसके केले की खेती पर सब्सिडी के लिए आवेदन करें.
- यहां क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
- इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
- सभी डिटेल भरने के बाद आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.
केले से जुड़े कुछ तथ्य
भारत, दुनिया का सबसे बड़ा केला उत्पादक देश है, हम हर साल 37.47 मिलियन मेट्रिक टन केले का उत्पादन करते हैं, जो वैश्विक उत्पादन का 19.37% है। पोटैशियम, विटामिन B6 और C से भरपूर केला मांसपेशियों को मजबूत करता है, तनाव कम करता है, और सेहत को दुरुस्त रखता है।
महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों में गर्म जलवायु केले की खेती के लिए आदर्श मानी जाती है। हालांकि इसके अलावा यूपी, मध्यप्रदेश समेत कई और राज्यों में भी केले की खेती होती है।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।