केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अब कृषि मशीनरी पर जीएसटी घटकर 5% हो गया है। इससे ट्रैक्टर और उपकरण काफी सस्ते हो गए हैं, जिससे किसानों को ₹41,000 से लेकर ₹1.87 लाख तक की बचत होगी। मंत्री ने कहा कि इसका लाभ सीधे किसानों तक पहुँचना चाहिए और बिचौलियों को हटाना जरूरी है। आगामी 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले “विकसित कृषि संकल्प अभियान” में किसानों को इन सुधारों की जानकारी दी जाएगी।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में कृषि मशीनरी पर जीएसटी सुधारों को लेकर अहम बैठक की। इस बैठक में ट्रैक्टर और मशीनरी बनाने वाले संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। मंत्री ने बताया कि सरकार ने कृषि मशीनरी पर जीएसटी घटाकर 12% और 18% से केवल 5% कर दिया है। यह नया नियम 22 सितंबर से लागू होगा। इसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा क्योंकि अब ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरण पहले से काफी सस्ते हो जाएंगे।
कितने सस्ते हुए ट्रैक्टर और उपकरण?
मंत्री चौहान ने बताया कि जीएसटी घटने के बाद कीमतों में बड़ी कमी आई है। कुछ प्रमुख उदाहरण इस प्रकार हैं।
- 35 एचपी ट्रैक्टर – ₹41,000 सस्ता
- 45 एचपी ट्रैक्टर – ₹45,000 सस्ता
- 50 एचपी ट्रैक्टर – ₹53,000 सस्ता
- 75 एचपी ट्रैक्टर – ₹63,000 सस्ता
- धान रोपने वाली मशीन (4 पंक्ति) – ₹15,400 सस्ती
- थ्रेशर (4 टन/घंटा क्षमता) – ₹14,000 सस्ता
- पावर टिलर (13 एचपी) – ₹11,875 सस्ता
- हार्वेस्टर कंबाइन (14 फीट) – ₹1,87,500 सस्ता
- स्ट्रॉ रीपर (5 फीट) – ₹21,875 सस्ता
- सुपर सीडर (8 फीट) – ₹16,875 सस्ता
- रोटावेटर (6 फीट) – ₹7,812 सस्ता
- बेलर स्क्वायर (6 फीट) – ₹93,750 सस्ता
- मल्चर (8 फीट) – ₹11,562 सस्ता
- स्प्रेयर (400 लीटर क्षमता) – ₹9,375 सस्ता
किसानों तक सीधे पहुंचेगा फायदा
चौहान ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी का सीधा फायदा किसानों तक पहुंचे, इसके लिए बिचौलियों की भूमिका कम करनी होगी। उन्होंने मशीनरी बनाने वाले संगठनों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसान उपकरण सस्ती कीमत पर ही खरीदें।उन्होंने यह भी कहा कि जो कस्टम हायरिंग सेंटर (किराये पर मशीनें देने वाले केंद्र) हैं, उन्हें भी किराया कम करना चाहिए ताकि किसान कम दाम पर मशीनें इस्तेमाल कर सकें।
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किसानों को जागरूक करने की योजना
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आने वाले 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के दौरान किसानों को जीएसटी सुधारों और सस्ती मशीनरी की जानकारी दी जाएगी।उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए और भी योजनाएँ लाई जाएंगी और भविष्य की नीतियों में निर्माता संघों के सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।
संगठनों का स्वागत
बैठक में शामिल सभी संगठन जैसे ट्रैक्टर निर्माता संघ (TMA), कृषि मशीनरी निर्माता संघ (AMMA), कंबाइन निर्माता संघ (AICMA) और पावर टिलर एसोसिएशन (PTAI) ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और भरोसा दिलाया कि किसानों को पूरा फायदा पहुँचाने के लिए वे ईमानदारी से काम करेंगे। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने सभी प्रतिनिधियों के साथ वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लिया और किसानों की समृद्धि के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।