कपास किसानों की मदद के लिए कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने इस बार रिकॉर्ड 550 खरीद केंद्र बनाए हैं। 1 अक्टूबर से अलग-अलग राज्यों में एमएसपी पर कपास की खरीद शुरू होगी, जिसमें मीडियम स्टेपल का भाव 7,710 रुपये और लॉन्ग स्टेपल का 8,110 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों के लिए पूरी प्रक्रिया डिजिटल कर दी गई है, जिससे रजिस्ट्रेशन से लेकर भुगतान तक सब काम आसान और पारदर्शी तरीके से होगा। हर मंडी में शिकायत निवारण कमेटी और हेल्पलाइन भी उपलब्ध रहेंगी। सरकार का कहना है कि किसानों की पूरी फसल खरीदी जाएगी और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
कपास किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर है। कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने इस बार रिकॉर्ड 550 खरीद केंद्र बनाए हैं, जहां किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जाएगी। खरीद प्रक्रिया 1 अक्टूबर से उत्तरी राज्यों, 15 अक्टूबर से मध्य राज्यों और 21 अक्टूबर 2025 से दक्षिणी राज्यों में शुरू होगी। सरकार ने मीडियम स्टेपल कपास का एमएसपी 7,710 रुपये प्रति क्विंटल और लॉन्ग स्टेपल का 8,110 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
पूरी प्रक्रिया होगी डिजिटल
सरकार ने इस बार पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पेपरलेस बना दिया है। किसान ‘कपास-किसान’ मोबाइल ऐप पर आधार से जुड़कर खुद रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे और सात दिन पहले स्लॉट बुक कर पाएंगे। किसानों को भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में आधार-लिंक्ड सिस्टम से होगा और इसकी जानकारी SMS से मिलेगी।
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लोकल मॉनिटरिंग कमेटी बनाई जाएगी
किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए हर मंडी में लोकल मॉनिटरिंग कमेटी बनाई जाएगी, वहीं राज्य और केंद्र स्तर पर हेल्पलाइन भी सक्रिय रहेंगी। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि किसानों की पूरी फसल बिना किसी बाधा के खरीदी जाएगी और समय पर भुगतान होगा। हालांकि आयात पर 11% ड्यूटी हटाए जाने से कपास के दाम पर दबाव की आशंका है। पिछले साल CCI ने 1 करोड़ गांठ कपास एमएसपी पर खरीदी थी और इस बार भी किसानों के हित सुरक्षित रखने का वादा किया गया है।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।