भारत दुनिया का सबसे ज्यादा केला उत्पदान करने वाला देश है। यहां हर साल करीब 37.41 मिलियनट मिलियन टन केले का उत्पादन होता है। पूरी दुनिया का 19.37% केले का उत्पादन सिर्फ भारत में ही होता है। भारत की बात करें तो आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में सबसे ज्यादा केले की पैदावार होती है। इसके अलावा दूसरे क्षेत्रों में भी केले की पैदावार होती है। केले की बेहतर खेती के लिए उसके अनुकूल जलवायु की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। अगर सही तरीके से से इसकी खेती की जाए तो उत्पादन को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है।
बहराइच के रहने वाले जय सिंह 1983 से केले की खेती करते आ रहे हैं। उन्हें केले की खेती में नया आयाम गढ़ने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। खुद ICAR ने जय सिंह के काम की सराहना की है। जय सिंह ने केले की खेती को लेकर News Potli से बात की। उन्होंने बताया कि कैसे extreme weather condition में भी केले की अच्छी पैदावार मुमकिन है।
जय सिंह का कहना है कि केले की खेती करने वाले किसानों को इस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए कि वो पौध को इस हिसाब से लगाएं कि 15 नवंबर के आसपास पौधा करीब 3.5 फीट लंबा हो जाए। वो बताते है कि इस फायदा ये होगा कि वो ठंड के प्रकोप को झेल पाएगा और पैदावार बेहतर होगी।
जय सिंह का मानना है कि किसानों को हमेशा केले का पौधा दोपहर 3 बजे के बाद लगाना चालिए। इससे पौधा चिलचिलाती धूप के प्रकोप से बच जाएगा। केले के खेत में घास-फूंस ना हो। ये केले के पौध के लिए बिल्कुल भी बेहतर नहीं होती। जय सिंह के मुताबिक बहराइच और उसके आसपास केले की खेती 12 महीने की जगह 13-14 महीने लेती है। जय सिंह News Potli से केले की पौध लगाने से पहले उसके पैदावार तक का पूरा तरीका बताया। नीचे दिए वीडियो में केले से जुड़ी हर जानकारी है, जो जय सिंह ने News Potli से साझा की है।