मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के दौरान मध्य और उससे सटे पूर्वी भारत में मध्यम से भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।
जलवायु परिवर्तन का असर भारत समेत पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। मौसम में अनियोजित बदलाव से आम लोगों पर असर पड़ता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ता है। बेमौसम बारिश या भीषण गर्मी के कारण फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा हमेशा बना रहता है। जिसका सीधा असर किसानों के जीवन पर पड़ता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले कुछ दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। IMD के मुताबिक अगले 3 दिनों के दौरान मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में मध्यम से तेज गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। 2 से 6 अप्रैल के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है। वहीं, अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है।वहीं, राजधानी दिल्ली की बात करें तो में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
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यहाँ होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार वेदर सिस्टम में बदलाव के चलते अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवाओं के संगम के कारण 2 अप्रैल को गुजरात, तेलंगाना में गरज, बिजली और 30-60 किमी प्रति घंटे की गति से तेज़ हवाएं चलने के साथ ही छिटपुट से लेकर हल्की या मध्यम बारिश होने के आसार है। 1-4 अप्रैल के दौरान मध्य भारत, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में ऐसा मौसम रह सकता है इसके अलावा 1-5 अप्रैल के दौरान तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे और कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम और 2-5 अप्रैल के दौरान रायलसीमा में ऐसी स्थिति बनने की संभावना है।
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