कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिटिंग की।
भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार अधिकारियों से मीटिंग कर रहे हैं, किसानों के संपर्क में हैं। इसी कड़ी में 10 मई को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिटिंग की। बैठक में गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर राज्यों के सीमावर्ती जिलों के किसानों की खेती और उनके लिए उपलब्ध खाद-बीज और दूसरे संसाधनों के संबंध में समीक्षा की गई। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को किसानों तक हर जरूरी संसाधन मुहैय्या कराने के निर्देश दिए।

इससे पहले 9 मई को कृषि मंत्री ने देश को आश्वस्त किया था कि, अनाज को लेकर देशवासियों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हमारे पास पर्याप्त अनाज का भंडारण है, किसी चीज़ की कोई कमी नहीं है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “सीमा पर हमारे जवान लड़ रहे हैं, और किसान भी देश के लिए तैयार हैं। सुरक्षा कारणों से कई किसान भाइयों को उनके खेतों से थोड़ा दूर रखा गया है, ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।“
उन्होंने कहा कि, किसानों की चिंता करना हमारी ड्यूटी है। हम बीजों और प्लांटिंग मटेरियल की आवश्यकता का आकलन कर उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे, ताकि किसान खरीफ की बुवाई सही से कर सकें। यूरिया, DAP, NPK की व्यवस्था भी करवाई जाएगी। हम ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक करेंगे और सभी स्थितियों पर निगरानी रखेंगे। 20 किलोमीटर तक के सीमा क्षेत्र में भूमि, किसान और आवश्यकताओं का आकलन करेंगे। कृषि, बागवानी, ICAR और ग्रामीण विकास के सभी विभाग मिलकर काम करेंगे। यह राष्ट्रसेवा का अवसर है, हमें हर मोर्चे पर सजग रहकर काम करना है।