केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मिलेट्स (श्री अन्न) को लाभदायक फसल बनाना जरूरी है ताकि किसान इसकी ओर बढ़ें। ओडिशा ने मिलेट्स उत्पादन में अच्छा काम किया है और अब बाकी राज्यों को भी इससे सीखना चाहिए। राज्य किसानों को ₹26,500 प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दे रहा है। चौहान ने महिला किसानों को मिलेट्स प्रोसेसिंग से जोड़ने और एमएसपी पर खरीद बढ़ाने पर जोर दिया।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि वैज्ञानिकों से कहा है कि वे मिलेट्स (श्री अन्न) की उच्च गुणवत्ता वाली किस्में विकसित करें, ताकि यह किसानों के लिए मुनाफे की फसल बन सके।उन्होंने कहा कि किसान ऐसी फसल चाहते हैं जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो, इसलिए मिलेट्स की खेती को लाभदायक बनाना ज़रूरी है।
ओडिशा ने दिखाई राह
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मिलेट्स (श्री अन्न) को लाभदायक फसल बनाना जरूरी है ताकि किसान इसकी ओर बढ़ें। उन्होंने यह बात ‘मांडिया दिवस’ (मिलेट्स डे) के मौके पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी – श्री अन्न और महिला किसान को संबोधित करते हुए कही।मंत्री चौहान ने बताया कि ओडिशा ने मिलेट उत्पादन को 6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर कर दिया है, जो राष्ट्रीय औसत से ज़्यादा है।उन्होंने कहा कि अब वैज्ञानिकों को बीज की गुणवत्ता और उत्पादन लागत दोनों में सुधार करना होगा।
महिला किसानों पर विशेष जोर
चौहान ने कहा कि मिलेट्स की प्रोसेसिंग (प्रसंस्करण) पर ध्यान देना होगा ताकि महिला किसान भी फसल से ज़्यादा फायदा कमा सकें।उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को किसानों से एमएसपी पर मिलेट खरीदना चाहिए, जैसे ओडिशा कर रहा है।
स्कूलों में बच्चों को मिलेट्स परोसे जा रहे
ओडिशा सरकार ने मिलेट्स को मिड-डे मील योजना में शामिल किया है ताकि बच्चों में हेल्दी फूड की आदत विकसित हो सके। चौहान ने इसे अन्य राज्यों में लागू करने की सलाह दी।
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जैविक खेती की दिशा में कदम
चौहान ने कहा कि रासायनिक खाद और कीटनाशक स्वास्थ्य और मिट्टी दोनों के लिए हानिकारक हैं।इसलिए भविष्य में सबको ऑर्गेनिक खेती की ओर बढ़ना होगा और मिलेट्स खेती इस दिशा में पहला कदम है।
ओडिशा में बड़ा विस्तार
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि राज्य में मिलेट की खेती अब 30 हज़ार हेक्टेयर से बढ़कर सभी 30 जिलों में फैल गई है।राज्य सरकार किसानों को ₹26,500 प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी दे रही है और महिला व आदिवासी किसान इस अभियान से सबसे ज़्यादा लाभान्वित हो रहे हैं।
महिला किसान संभाल रहीं परंपरा
उपमुख्यमंत्री के. वी. सिंह देव ने कहा कि महिला किसान बीज संरक्षण और परंपरागत खेती की अहम कड़ी हैं।वे स्वयं सहायता समूहों और सामुदायिक बीज केंद्रों के ज़रिए पारंपरिक फसलों को बचा रही हैं और नई पीढ़ी को ये ज्ञान दे रही हैं।
भारत सरकार और ओडिशा मिलकर मिलेट को ‘सुपर फूड’ और भविष्य की फसल के रूप में बढ़ावा दे रहे हैं।इससे किसानों को बेहतर आमदनी, महिलाओं को सशक्तिकरण और बच्चों को सेहतमंद भोजन तीनों का फायदा मिलेगा।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।