आज, मंगलवार से देश में रसोई गैस सिलेंडर 50 रुपये महंगा हो जाएगा। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की तरफ से सोमवार (सात अप्रैल) को यह जानकारी दी गई। 8 अप्रैल से उज्ज्वला योजना के तहत 14.2 किलोग्राम के गैस सिलेंडर की कीमत 500 रुपये से बढ़ा कर 550 रुपये और गैर-उज्ज्वला कनेक्शन के तहत गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपये से बढ़ा कर 853 रुपये होगी। इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क की दर में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी भी कर दी है। लेकिन इससे इनकी खुदरा कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी क्योंकि तेल कंपनियों ने इसका समायोजन अपनी लागत में करने का फैसला किया है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ रही हैं और हमारे यहां कीमतें घट रही हैं। हमने फैसला किया है कि रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम इसकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम रसोई गैस के मामले में काफी आगे बढ़ चुके हैं और अब हमारे पास उज्ज्वला योजना भी है, जिसके 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं।
उपभोक्ताओं पर नहीं होगा इसका असर
इससे पहले सोमवार को ही सरकार की ओर से किसानों के ट्रैक्टर में खपत होने वाले डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। साथ ही पेट्रोल के दाम में भी इजाफा किया गया। दरअसल, पेट्रोल-डीजल की एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, पेट्रोलियम मंत्री ने इसे लेकर तस्वीर साफ करते हुए कहा है कि, ‘मैं यह स्पष्ट कर दूं कि इसका असर उपभोक्ताओं पर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बीते दिनों पेट्रोल की अंतरराष्ट्रीय कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल या यूं कहें कि कच्चे तेल के बराबर हो गई।
हरदीप सिंह पुरी ने यह भी स्पष्ट किया कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में की गई बढ़ोतरी का उद्देश्य उपभोक्ताओं पर बोझ डालना बिल्कुल भी नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सब्सिडी वाले गैस कीमतों के कारण तेल विपणन कंपनियों को होने वाले 43,000 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई करना है।
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