कर्नाटक सरकार ने मक्का किसानों को राहत देते हुए खरीद लिमिट 20 क्विंटल से बढ़ाकर 50 क्विंटल कर दी है। अब किसानों का मक्का 2,400 रुपये प्रति क्विंटल के MSP पर खरीदा जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बाजार में कीमतें गिरकर 1,800–1,900 रुपये तक पहुँच गई थीं, जिससे किसानों में नाराज़गी थी।
कर्नाटक के मक्का किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने मक्का खरीद की लिमिट बढ़ा दी है। पहले सरकार हर किसान से सिर्फ 20 क्विंटल मक्का खरीद रही थी, लेकिन अब इस लिमिट को बढ़ाकर 50 क्विंटल कर दिया गया है। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि इस बार मक्का की पैदावार ज्यादा हुई है और बाजार में कीमतें गिर गई थीं, जिससे किसान नाराज़ थे।
2,400 रुपये प्रति क्विंटल पर होगी खरीदी
अब सरकार हर किसान से 2,400 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर मक्का खरीदेगी। सरकारी ऑर्डर के बाद जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि मक्का खरीद की नई लिमिट फार्मर रजिस्ट्रेशन और यूनिफाइड बेनिफिशियरी इंफॉर्मेशन सिस्टम (फ्रूट्स) डेटाबेस में जमीन के दायरे से जुड़ी होगी। उसी के अनुसार किसान मक्का बेच सकेगा। खरीद PACS केंद्रों के माध्यम से की जाएगी।
ये भी पढ़ें – भारत और रूस मिलकर बनाएंगे नई यूरिया फैक्ट्री, 2027-28 तक शुरू होगा उत्पादन
मक्का का उत्पादन बढ़ा
कर्नाटक में इस साल मक्का का उत्पादन काफी बढ़ा है। लगभग 66 लाख टन। पिछले कुछ सालों में मक्का की खेती का क्षेत्र भी बढ़ा है। हालांकि किसानों का कहना है कि ज्यादा उत्पादन होने का मतलब अच्छी कमाई नहीं है, क्योंकि मंडियों में मजबूत मार्केट सिस्टम नहीं है और बिचौलिए किसानों को कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर कर देते हैं।
असली चुनौती क्या है?
किसानों का कहना था कि बाजार में मक्का का दाम 1,800 से 1,900 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गया है, जबकि MSP 2,400 रुपये है। ऐसे में उन्हें भारी नुकसान हो रहा था। इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने यह बड़ा बदलाव किया है।कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि असली चुनौती मजबूत खरीद व्यवस्था और मार्केट लिंकेज की कमी है। अगर सरकार मजबूत खरीद व्यवस्था बनाती है और उद्योगों से सीधे किसानों को जोड़ती है, तो किसानों को बेहतर दाम मिल सकते हैं।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।