सरकार NCCF और NAFED के माध्यम से टमाटर पर सब्सिडी देने की योजना बना रही है। यह कदम हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हाल ही में हुई कीमतों में उछाल के कारण बताया जा रहा है। इस बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया और परिवहन को बाधित किया। सरकार का लक्ष्य टमाटर को ₹50 प्रति किलोग्राम से कम कीमत पर बेचना है।
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण फसलों और सड़क नेटवर्क को नुकसान पहुंचने तथा दिल्ली एनसीआर के प्रमुख थोक बाजारों में फसल की आवक प्रभावित होने के बाद कीमतों में अचानक वृद्धि को रोकने के लिए सरकार NCCF और NAFED के माध्यम से कम मूल्य पर टमाटर बेचने की योजना बना रही है।
एक सप्ताह में 9.51% की वृद्धि
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की आजादपुर और साहिबाबाद थोक मंडियों के व्यापारियों ने बताया कि एनसीआर के खुदरा बाजारों में टमाटर की कीमतें 60 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई हैं, जो पिछले कुछ दिनों में दोगुनी हो गई हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की कीमतें 4 जुलाई को 39.35 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं, जो एक सप्ताह पहले 35.93 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मतलब मात्र एक सप्ताह में 9.51% की वृद्धि हुई है।
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50 रुपये प्रति किलो से कम कीमत पर बेचेगी टमाटर
सरकार NCCF और NAFED के जरिये टमाटर 50 रुपये प्रति किलो से कम कीमत पर बेचेगी। यह प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगी। खबर है कि सरकार देश के दक्षिणी हिस्सों में उत्पादक केंद्रों से टमाटर खरीदेगी।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।