अगेती खेती से अच्छी कमाई कर सकते हैं किसान, अगर इन बातों का रखें ध्यान

अगेती खेती

अगेती खेती का मतलब है किसी फसल को उसकी सामान्य बुवाई के समय से पहले लगाना। इसका मुख्य उद्देश्य है फसल को बाज़ार में जल्दी उपलब्ध कराना, जिससे अधिक मुनाफ़ा कमाया जा सके, क्योंकि शुरुआती फसलों को आमतौर पर बेहतर दाम मिलते हैं।

कम जमीन वाले किसानों के लिए फलों और सब्जियों की अगेती खेती मुनाफ़ा देने वाली साबित हो सकती है, बशर्ते इसकी उचित देखभाल की जाए। किसान अगेती खेती के लिए, ऐसी फसलें और किस्में चुनें, जो जल्दी पक जाती हैं और मौसम के अनुकूल होती हैं।अगेती खेती में, बुवाई का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। किसानों को यह सुनिश्चित करना होता है कि वे फसल को सही समय पर बोएं ताकि वह समय से पहले तैयार हो जाए।

उन्नत तकनीक का करें इस्तेमाल
अगेती खेती में, किसानों को लो टनल, मल्चिंग, आईपीएम जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा बीज उपचार, उर्वरक और सिंचाई का सही प्रबंधन के साथ साथ खरपतवार नियंत्रण पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है। इसमें कीटों और बीमारियों से बचाना भी बहुत महत्वपूर्ण है।

इन फसलों की करें खेती
अगेती खेती में सामान्य खेती की तुलना में अधिक मेहनत और सावधानी की आवश्यकता होती है। अगेती खेती में किसान ज्यादातर मटर, टमाटर, फूलगोभी, भिंडी, तरबूज, खरबूज, खीरा समेत कई दूसरी सब्जियों की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं।

बाराबंकी, यूपी के युवा किसान मयंक वर्मा पिछले दो-तीन सालों से इन फल-सब्जियों की अगेती खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं। मयंक ने न्यूज पोटली से अगेती खेती के तमाम पहलुओं पर बात की है।

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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