यूपी में बढ़ रहा दलहन-तिलहन का उत्पादन, जानिए अभी जरूरत का कितना फीसदी हो रहा उत्पादन

यूपी

केंद्र व राज्य सरकारें देश को दलहन-तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए इसकी खेती को बढ़ावा दे रही हैं। केंद्र सरकार ने तो किसानों से वादा भी किया है कि सरकार उनकी उपज को सौ प्रतिशत MSP पर ख़रीदेगी। दलहन-तिलहन हम जितना उगते हैं उससे ज़्यादा खाते हैं, इसीलिए दूसरे देशों से आयात करना पड़ता है। लेकिन यूपी में दलहन-तिलहन के उत्पादन में सुधार देखने को मिला है। प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के आंकड़े बताते हैं कि पिछले आठ साल में दलहन के उत्पादन में करीब ढाई गुना की वृद्धि हुई है।

वर्तमान में राज्य में खाद्य तेलों की आवश्यकता का केवल 30-35 प्रतिशत तथा दालों की आवश्यकता का 40-45 प्रतिशत ही उत्पादन हो रहा है।आंकड़ों पर नज़र डालें तो प्रदेश में जहां 2016-17 में दलहन का उत्पादन 23.95 लाख टन था वहीं 2024-25 में यह बढ़कर 35.18 लाख टन हो गया। इसी अवधि में तिलहन के उत्पादन करीब डेढ़ गुने की वृद्धि हुई। वर्ष 2016-17 में तिलहन का उत्पादन 12.40 लाख टन था जो 2024-25 में बढ़कर 29.20 लाख टन हो गया। सरकार को उम्मीद है कि 2026-27 तक दलहनी फसलों का रकबा बढ़कर 28.84 लाख हेक्टेयर और तिलहनी फसलों का रकबा  22.63 लाख हेक्टेयर हो जाएगा। 

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2027 तक 236 करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान ही दलहन एवं तिलहन के उत्पादन की रणनीति बनाने के साथ उत्पादन का लक्ष्य भी तय कर दिया गया था। इसके मुताबिक सरकार ने इन दोनों फसलों के उत्पादन के लिए जो रणनीति तैयार की थी उसके क्रियान्वयन पर 2027 तक 236 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके तहत दलहनी एवं तिलहनी फसलों के बीज के मिनीकिट उर्द, मूंग, अरहर, चना, मटर, मसूर का निःशुल्क वितरण, प्रगतिशील किसानों के यहां डिमांस्ट्रेशन और किसान पाठशालाओं के जरिये विशेषज्ञों द्वारा खेती के उन्नत तौर-तरीकों की जानकारी देना शामिल है।

दालों की आवश्यकता का 40-45 प्रतिशत ही हो रहा उत्पादन
उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों का दावा है कि उत्पादन और रकबे में वृद्धि की यही स्थित बरकरार रही तो अगले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश दलहन एवं तिलहन के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। वर्तमान में राज्य में खाद्य तेलों की आवश्यकता का केवल 30-35 प्रतिशत तथा दालों की आवश्यकता का 40-45 प्रतिशत ही उत्पादन हो रहा है।

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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