हरियाणा सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को रासायनिक खाद पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से एक योजना लायी है. इस योजना के तहत अब जो किसान अपनी जमीन पर ढैंचा की खेती करेंगे, उन्हें सरकार की ओर से नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी.
ढैंचा एक फलीदार फसल है। यह एक प्राकृतिक खाद है जो मिट्टी में उर्वरता बढ़ाने, नमी बनाए रखने और उत्पादन लागत घटाने में सहायक है. इससे फसल की उत्पादकता भी बढ़ती है क्योंकि ये नाइट्रोजन स्थिरीकरण करती हैं और नाइट्रोजन की पूर्ति करती है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मिट्टी की संरचना बेहतर होती है और लंबे समय तक उत्पादकता बनी रहती है. राज्य सरकार की तरफ़ से ढैंचा उगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
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यहां करें आवेदन
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को किसान अपनी ढैंचा की फसल की फोटो ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपलोड करना होगा। ये ज़रूरी है, इसके बिना योजना का फायदा नहीं मिल पाएगा. आपको बता दें कि सरकार ने राज्य के 22 जिलों में 4 लाख एकड़ भूमि पर फसल विविधिकरण का लक्ष्य रखा है, जिसमें ढैंचा की फसल को प्रमुखता दी जा रही है. इस योजना से अनुमानित 3 लाख से अधिक किसानों को फायदा मिलेगा.
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।