चरम मौसमी घटनाओं को देखते हुए पंजाब सरकार ने गेहूं की फसल को आग से बचाने के लिए किसानों को जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है. राज्य में गेहूं फसल में आग लगने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए एक डेडीकेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है. सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि वो आग की किसी भी घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी उप-मंडल कार्यालय पर दें. ताकि समय रहते आग को काबू कर फसल को बचाया जा सके.
हर रोज किसी न किसी राज्य से खेतों में आग लगने से फसल जलने की खबरें आ रही हैं. इन्ही घटनाओं को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने किसानों को उनकी गेहूं की फसल को आग से बचाने के बारे में जागरुक करने के लिए एक खास अभियान शुरू किया है. इस पहल का मकसद ढीले या नीचे लटके बिजली के तारों, जीओ स्विच और बाकी खामियों की वजह से होने वाली आग की घटनाओं को कम करना है. पंजाब के ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने जोर देकर कहा कि इस जागरूकता अभियान को कई तरीकों से प्रसारित किया जा रहा है. उन्होंने किसानों से किसी भी नुकसान या क्षति को रोकने और सुरक्षित और सफल फसल कटाई के मौसम को सुनिश्चित करने के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया है.
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बनाया गया है डेडीकेटेड कंट्रोल रूम
ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने इस बारे में ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि किसानों को आग के खतरों को रोकने के लिए जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. आग से जुड़ी आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक डेडीकेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है. सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि वो आग की किसी भी घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी उप-मंडल कार्यालय या शिकायत घर पर दें. किसान कंट्रोल रूम से 96461-06835, 96461-06836 या 1912 पर भी कॉन्टैक्ट कर सकते हैं. इसके अलावा, कोई भी व्यक्ति ढीले या नीचे लटके बिजली के तारों या चिंगारी को देख सकता है तो वह 96461-06835 पर व्हाट्सएप के माध्यम से स्थान और तस्वीरें शेयर कर सकता है. अगर बिजली की खराबी की वजह से आग लगती है, तो किसानों को तुरंत पीएसपीसीएल कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों (जेई) या उप-मंडल अधिकारियों को जानकारी देनी चाहिए.
किसानों को ये दी गई सलाह
किसानों को सलाह दी गई है कि किसान कटे हुए गेहूं को बिजली के तारों के नीचे, ट्रांसफार्मर के पास या जीओ स्विच के पास ना रखें. चिंगारी की स्थिति में आग के जोखिम को कम करने के लिए ट्रांसफार्मर के आसपास 10 मीटर के दायरे को गीला रखा जाना चाहिए. गेहूं के खेतों के पास बीड़ी या सिगरेट के प्रयोग समेत धूम्रपान से सख्ती से बचना चाहिए.
इसके अलावा किसानों को बांस की छड़ियों या खंभों से बिजली की लाइनों को नहीं छूना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अनधिकृत व्यक्ति चालू स्विच से छेड़छाड़ न करें. अनियंत्रित आग को रोकने के लिए गेहूं के डंठल और अवशेषों को आग लगाने से सख्ती से बचना चाहिए।
किसानों को सलाह दी गई है कि जो किसान कटाई के लिए हार्वेस्टर का इस्तेमाल करते हैं इस बात का ध्यान रखें कि हार्वेस्टर को केवल दिन के उजाले के समय ही संचालित करें और ध्यान रखें कि हार्वेस्टर कंबाइन बिजली के खंभों, तारों या केबलों के संपर्क में ना आए.
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