केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, अगले दो वर्षों में भारत की कृषि विकास दर 20% तक बढ़ने का अनुमान है। उन्होंने कृषि को आर्थिक रूप से व्यवहार्य और रोजगार सृजन करने वाला बनाने पर जोर दिया, क्योंकि 65% ग्रामीण आबादी विकास में केवल 12% का योगदान देती है। गडकरी ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए हरित राजमार्ग, बंदरगाह संपर्क और लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने जैसी मुद्दों पर बात की।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि अगले दो वर्षों में भारत की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत रहने की उम्मीद है और केंद्र की पहली प्राथमिकता इस क्षेत्र को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाना तथा अधिक रोजगार सृजित करना है।
उन्होंने बिजनेस टुडे के एक कार्यक्रम में कहा कि देश की करीब 65 फीसदी आबादी ग्रामीण है, लेकिन वे विकास में सिर्फ 12 फीसदी का योगदान देते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने और काम में तीसरा स्थान हासिल करने के लिए देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कृषि बहुत महत्वपूर्ण हैं।
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अर्थव्यवस्था के सामने मूल समस्या लॉजिस्टिक्स लागत
उन्होंने कहा कि सरकार सिंचाई क्षेत्र को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। हमें दुनिया की सबसे सफल तकनीक की जरूरत है। कृषि अर्थव्यवस्था ग्रामीण क्षेत्र में अधिक रोजगार पैदा करेगी।
उन्होंने बताया कि 36 ग्रीन हाईवे बनाए जा रहे हैं और साथ ही बंदरगाहों को जोड़ने के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाएं भी बनाई जा रही हैं। बताया कि अर्थव्यवस्था के सामने मूल समस्या लॉजिस्टिक्स लागत है, जो 14-16 प्रतिशत है। उन्होंने कहा, “हमें इसे 9 प्रतिशत तक लाने की जरूरत है। अच्छी सड़कें, वैकल्पिक ईंधन लागत में कमी सुनिश्चित करेंगे। निर्यात में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि होगी। हमारी समस्या संसाधन नहीं बल्कि लागत है।”
पांच साल में भारत का ऑटोमोबाइल क्षेत्र दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत चीन की प्रतिस्पर्धात्मकता से मुकाबला कर सकता है। सड़कों की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं किए जाने पर जोर देते हुए गडकरी ने कहा कि उन्होंने दोषी ठेकेदारों को काली सूची में डाल दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब वे (2014 में) मंत्री बने थे, तब देश में ऑटोमोबाइल क्षेत्र का आकार 14 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है। गडकरी ने कहा कि पांच साल में भारत का ऑटोमोबाइल क्षेत्र दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।