उत्तर प्रदेश में स्थापित ‘एग्रिस्टो मासा पोटेटो प्रॉसेसिंग प्लांट’ की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए Wave Group 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इस रकम से प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ ही इसे विकसित किया जाएगा. Wave Group के चेयरमैन ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रॉसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ावा देने की जरूरत है. आपको बता दें कि यह प्लांट 2022 में शुरू किया गया था और इसमें आलू से फ्रेंच फ्राइज समेत दूसरे उत्पाद बनाए जाते है.
पीटीआई के मुताबिक़ Wave Group के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा कि भारतीय फूड प्रॉसेसिंग सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रॉसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम बिजनौर में एक्सपोर्ट क्वालिटी वाले फ्रेंच फ्राइज के लिए एक नई प्रोडक्शन लाइन स्थापित कर रहे हैं. इस विस्तार पर कुल निवेश लगभग 750 करोड़ रुपये होगा. उन्होंने कहा कि ज्वाइंट वेंचर ने मौजूदा प्लांट की स्थापना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिससे कुल निवेश 1000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.
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लगभग 2,500 किसानों को मिलेगा लाभ
Wave Group के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा कि 80,000 टन सालाना क्षमता वाली नई प्रोडक्शन लाइन अगले दो साल में चालू हो जाएगी और इससे घरेलू के साथ ही वैश्विक बाजारों की जरूरतों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और गन्ने के अलावा उनकी नकदी फसल में विविधता लाना है. हमने नई तकनीकों की मदद से इन किसानों को आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है. पिछले 3-4 साल में इन किसानों की आमदनी में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने कहा कि आलू प्लांट में निवेश बढ़ाने और विस्तार करने के फैसले से लगभग 2,500 किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
2022 में शुरू किया गया था ये प्लांट
Wave Group की फर्म मासा ग्लोबल फूड प्राइवेट लिमिटेड और बेल्जियम की एग्रिस्टो कंपनी की सहायक फर्म IMSTONV ने 2019 में डिहाइड्रेटेड आलू के फ्लेक्स बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के बिजनौर में ज्वाइंट वेंचर के तहत आलू प्रॉसेसिंग प्लांट लगाया है. इस ज्वाइंट वेंचर का नाम एग्रिस्टो मासा प्राइवेट लिमिटेड है और इसमें दोनों कंपनियों की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी है. प्लांट को 2022 में 7500 टन की सालाना कैपेसिटी के साथ शुरू किया गया था.
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आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद
चड्ढा ने कहा, हमारा उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और गन्ने (Sugarcane) के अलावा उनकी नकदी फसलों में विविधता लाना है. हमने नई प्रौद्योगिकियों की मदद से इन किसानों को आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है. पिछले तीन-चार वर्षों में उनकी आय में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. उत्पादन सुविधा के विस्तार के लिए भूमिपूजन समारोह में बेल्जियम साम्राज्य की राजकुमारी एस्ट्रिड, उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज सिंह शामिल हुए.
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।