लखनऊ । किसानों को अब एक नई पहचान मिलने वाली है। केंद्र की मोदी सरकार आधार की तर्ज पर अब फार्मर ID कार्ड बना रही है। जैसे आधार कार्ड में देश के किसी भी नागरिक की पूरी जानकारी दर्ज होती है, ठीक उसी तरह फार्मर ID कार्ड में किसानों की पूरी जानकारी दर्ज होगी। पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा लेने के लिए अब किसानों के पास फार्मर ID होना जरूरी होगा। जिस भी किसान के पास ID नहीं होगी, वो पीएम किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली राशि का फायदा नहीं ले पाएंगे। आपको बता दें सरकार तीन किश्तों में हर सार किसानों को 6 हजार रुपये की राशि देती है।
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सरकार ने 10 राज्यों को निर्देश दिया है कि वो किसानों की ID बनवाएं। डिजिटल कृषि मिशन के तहत आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ID बनाने की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। अगर किसान पहली बार पीएम किसान सम्मान निधि के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो उन्हें किसान रजिस्ट्री से किसान आईडी बनवानी होगी। सरकार ने अगले तीन सालों में 11 करोड़ किसानों का ID कार्ड बनवाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 30 लाख फार्मर ID कार्ड बनाए जा चुके हैं। सरकार ने अगले दो वर्षों में देश भर में डिजिटल फसल सर्वेक्षण शुरू करने की योजना बनाई है।
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फार्मर ID कार्ड बनाने का मकसद
किसान का फार्मर ID कार्ड बनने के बाद बार-बार KYC की झंझट खत्म हो जाएगा। एक बार ये पहचान पत्र बनने के बाद, सभी योजनाओं का लाभ आसानी से लिया जा सकेगा। सरकार की इस नई पहल से किसानों को बिना रुकावट काफी मदद मिलने वाली है।
कैसे बनेगा फार्मर ID कार्ड
ID कार्ड के आवेदन करने के लिए किसानों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल नंबर, खसरा नंबर, जमीन गाटा, और जमीन खतौनी की आवश्यकता होगी। उत्तर प्रदेश के किसान upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up/ पोर्टल पर जाकर किसान ID कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं ।